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बिहार पुलिस की पहलः अब घर बैठे ही कर सकेंगे पुलिस कंप्लेंट - सिटीजन पोर्टल

बिहार में पुलिस मुख्यालय द्वारा जलद ही सिटीजन पोर्टल लांच किया जाएगा. यह आम लोगों के अलावा पुलिस कर्मियों के लिए भी मददगार साबित होगा.

एडीजी
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Published : Aug 23, 2021, 4:08 PM IST

पटना: राज्य सरकार (Bihar Government) के निर्देशानुसार पुलिस मुख्यालय द्वारा अगले एक से डेढ़ महीने के अंदर सिटीजन पोर्टल (Citizen Portal) लांच किया जाएगा. आमजन की सुविधा के साथ-साथ पुलिस कर्मियों की सुविधा हेतु इसे लांच किया जाएगा. सिटीजन पोर्टल के माध्यम से 9 तरह की सुविधा मिलेगी.

यह भी पढ़ें- बिहार में CCTNS योजना, जल्द जुड़ेंगे बचे हुए 202 थाने

'सिटीजन पोर्टल के माध्यम से आम व्यक्ति ऑनलाइन माध्यम से कहीं से भी अपनी समस्या थाने तक पहुंचा सकता है. इसके साथ-साथ शिकायतकर्ता के मोबाइल पर इस पोर्टल के माध्यम से उस केस के बारे में सूचना प्राप्त होती रहेगी. अगर सही समय पर पुलिस कर्मी द्वारा शिकायतकर्ता की शिकायत को दूर नहीं किया जाएगा, तो हायर लेवल के पुलिस अधिकारी द्वारा इसे मॉनिटरिंग की जाएगी.' -कमल किशोर सिंह, एडीजी एससीआरबी, पुलिस मुख्यालय

देखें वीडियो

कमल किशोर सिंह ने बताया कि आरटीपीएस के माध्यम से स्टूडेंट्स के लिए कैरक्टर वेरिफिकेशन नौकरी के लिए डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन के अलावा सर्वेंट वेरिफिकेशन किया जा सकता है. दरअसल, छात्रों को कैरेक्टर सर्टिफिकेट के अलावा राज्य स्तरीय या केंद्र स्तरीय नौकरी के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. जिसे देखते हुए यह पोर्टल लांच किया जा रहा है.

इसके अलावा किसी घर में रह रहे नौकर के बारे में घर के मालिक इस पोर्टल पर उसकी पूरी डिटेल्स साझा कर सकते हैं. जिससे सर्वेंट वेरिफिकेशन करने में कहीं ना कहीं आसानी होगी. कुछ मामलों में देखा जाता है कि नौकर के द्वारा ही मकान मालिक के घर में किसी घटना को अंजाम दिया जाता है. ऐसे में उस नौकर की पहचान आसानी से पुलिस द्वारा की जा सकती है.

पुलिस मुख्यालय द्वारा बनाए जा रहे सिटीजन पोर्टल पर सभी थाना अंतर्गत सीनियर सिटीजन के बारे में भी डाटा उपलब्ध रहेगा. ताकि उस थाना क्षेत्र के थानेदार अकेले रह रहे सीनियर सिटीजन के बारे में आसानी से हाल-चाल ले सकें. दरअसल पुलिस मुख्यालय का मानना है कि मौजूदा वक्त में बच्चे ज्यादातर पढ़ाई या जॉब के कारण बाहर ही रहते हैं. जिस वजह से सीनियर सिटीजन अकेले रहने को मजबूर होते हैं.

ऐसे में उनकी देखभाल के लिए थाना समय-समय पर उनका हाल-चाल लेता रहेगा. कमल किशोर सिंह का मानना है कि सिटीजन पोर्टल जब पूर्ण रूप से काम करने लगेगा, तब आईसीजीएस से जोड़ने के बाद FSL और जेल से छूटे कैदियों के बारे में भी क्लिक ऑफ बटन के माध्यम से थाना उनकी एक्टिविटी के बारे में पता लगा सकेंगे.

इस पोर्टल के माध्यम से कम्युनल वॉयलेंस, पुलिस के खिलाफ कंप्लेंट, मध निषेध से जुड़ी सूचना, मिसलेनियस क्राइम, नक्सल रिलेटेड प्रॉब्लम, ऑफेंस अगेंस्ट बॉडी, ऑफेंस अगेंस्ट प्रॉपर्टी, ट्रैफिक वायलेंस के अलावे महिला सुरक्षा से जुड़ी समस्या को आसानी से इस सिटीजन पोर्टल के माध्यम से ऐसे थाने तक सूचना दे सकते हैं. यह पोर्टल लांच होने के बाद काम काफी तेजी से होगा. कई प्रकार के रिपोर्ट्स ऑनलाइन माध्यम से देखे जा सकेंगे. पूर्ण रूप से इस साल के अंत तक काम करना शुरू कर देगा.

यह भी पढ़ें- बिहार के थानों में अंग्रेजी नहीं अब हिंदी शब्दों का होगा इस्तेमाल

पटना: राज्य सरकार (Bihar Government) के निर्देशानुसार पुलिस मुख्यालय द्वारा अगले एक से डेढ़ महीने के अंदर सिटीजन पोर्टल (Citizen Portal) लांच किया जाएगा. आमजन की सुविधा के साथ-साथ पुलिस कर्मियों की सुविधा हेतु इसे लांच किया जाएगा. सिटीजन पोर्टल के माध्यम से 9 तरह की सुविधा मिलेगी.

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'सिटीजन पोर्टल के माध्यम से आम व्यक्ति ऑनलाइन माध्यम से कहीं से भी अपनी समस्या थाने तक पहुंचा सकता है. इसके साथ-साथ शिकायतकर्ता के मोबाइल पर इस पोर्टल के माध्यम से उस केस के बारे में सूचना प्राप्त होती रहेगी. अगर सही समय पर पुलिस कर्मी द्वारा शिकायतकर्ता की शिकायत को दूर नहीं किया जाएगा, तो हायर लेवल के पुलिस अधिकारी द्वारा इसे मॉनिटरिंग की जाएगी.' -कमल किशोर सिंह, एडीजी एससीआरबी, पुलिस मुख्यालय

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कमल किशोर सिंह ने बताया कि आरटीपीएस के माध्यम से स्टूडेंट्स के लिए कैरक्टर वेरिफिकेशन नौकरी के लिए डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन के अलावा सर्वेंट वेरिफिकेशन किया जा सकता है. दरअसल, छात्रों को कैरेक्टर सर्टिफिकेट के अलावा राज्य स्तरीय या केंद्र स्तरीय नौकरी के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. जिसे देखते हुए यह पोर्टल लांच किया जा रहा है.

इसके अलावा किसी घर में रह रहे नौकर के बारे में घर के मालिक इस पोर्टल पर उसकी पूरी डिटेल्स साझा कर सकते हैं. जिससे सर्वेंट वेरिफिकेशन करने में कहीं ना कहीं आसानी होगी. कुछ मामलों में देखा जाता है कि नौकर के द्वारा ही मकान मालिक के घर में किसी घटना को अंजाम दिया जाता है. ऐसे में उस नौकर की पहचान आसानी से पुलिस द्वारा की जा सकती है.

पुलिस मुख्यालय द्वारा बनाए जा रहे सिटीजन पोर्टल पर सभी थाना अंतर्गत सीनियर सिटीजन के बारे में भी डाटा उपलब्ध रहेगा. ताकि उस थाना क्षेत्र के थानेदार अकेले रह रहे सीनियर सिटीजन के बारे में आसानी से हाल-चाल ले सकें. दरअसल पुलिस मुख्यालय का मानना है कि मौजूदा वक्त में बच्चे ज्यादातर पढ़ाई या जॉब के कारण बाहर ही रहते हैं. जिस वजह से सीनियर सिटीजन अकेले रहने को मजबूर होते हैं.

ऐसे में उनकी देखभाल के लिए थाना समय-समय पर उनका हाल-चाल लेता रहेगा. कमल किशोर सिंह का मानना है कि सिटीजन पोर्टल जब पूर्ण रूप से काम करने लगेगा, तब आईसीजीएस से जोड़ने के बाद FSL और जेल से छूटे कैदियों के बारे में भी क्लिक ऑफ बटन के माध्यम से थाना उनकी एक्टिविटी के बारे में पता लगा सकेंगे.

इस पोर्टल के माध्यम से कम्युनल वॉयलेंस, पुलिस के खिलाफ कंप्लेंट, मध निषेध से जुड़ी सूचना, मिसलेनियस क्राइम, नक्सल रिलेटेड प्रॉब्लम, ऑफेंस अगेंस्ट बॉडी, ऑफेंस अगेंस्ट प्रॉपर्टी, ट्रैफिक वायलेंस के अलावे महिला सुरक्षा से जुड़ी समस्या को आसानी से इस सिटीजन पोर्टल के माध्यम से ऐसे थाने तक सूचना दे सकते हैं. यह पोर्टल लांच होने के बाद काम काफी तेजी से होगा. कई प्रकार के रिपोर्ट्स ऑनलाइन माध्यम से देखे जा सकेंगे. पूर्ण रूप से इस साल के अंत तक काम करना शुरू कर देगा.

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