सारण: बिहार के छपरा में खुलेआम नकल का खेल जारी है. नकल विहीन परीक्षा के लाख दावे किए जाएं लेकिन बिहार में इन दावों की हवा निकाली जा रही है. मामला गड़खा के वेद नारायण स्कूल महमदपुर परीक्षा केंद्र का है. यहां परीक्षा दे रहे छात्रों को बाहर चिट थमाई जा रही थी. खिड़की के रास्ते कूद कूद कर बाहरी लोग निधड़क चिट थमा रहे हैं. उन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं. जबकि नकल रोकने के लिए बोर्ड ने 200 मीटर की परिधि में धारा 144 लगाई हुई है.
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इस नियम के बावजूद बिहार में नकल रुक नहीं रही. कदाचार मुक्त परीक्षा के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं. बोर्ड की सख्ती के बावजूद लोग नकल कराते दिखाई दे रहे हैं. स्कूल प्रबंधन भी इसमें मिला हुआ बताया जा रहा है. ये तस्वीर बताती है कि किस तरह से छपरा में नकल कराई जा रही है.
बिहार बोर्ड की इंटर परीक्षा को कदाचार मुक्त होने के दावे किए जाते रहे, लेकिन नकल रुकने का नाम नहीं ले रही है. मामला वेद नारायण स्कूल महमदपुर गड़खा के परीक्षा केंद्र का है. यहां स्कूल में परीक्षा दे रहे छात्रों को बाहर से चिट थमाई जा रही है.
बिहार बोर्ड के कदाचार मुक्त परीक्षा कराने के दावों पर एक बार फिर प्रश्नचिन्ह लगा नजर आ रहा है. गौरतलब है कि बिहार में नकल के लिए बदनाम था और अधिकारियों के द्वारा इस पर रोक लगाने के लिए कई कड़े कदम उठाए गए थे विगत 1 या 2 वर्ष तक यह स्थिति बनी रही लेकिन उसके बाद फिर पुराना पैटर्न धीरे-धीरे वापस आता दिखाई दे रहा है.
बता दें कि बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 (Bihar Inter exam 2022) प्रदेश भर में 1 फरवरी से शुरू है. इसके लिए बिहार बोर्ड ने प्रदेश भर में 1471 परीक्षा केंद्र बनाए गये हैं. परीक्षा में इस बार 13,45,939 परीक्षार्थी सम्मिलित हैं. इसमें 6,48,518 छात्राएं और 6,97,421 छात्र शामिल हैं. बिहार बोर्ड ने नकल विहीन परीक्षा के लिए तमाम तैयारी की हुई है. बावजूद इसके नकल पर नकेल कसने में शिक्षा विभाग नाकाम साबित हो रहा है.
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