पटना: लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की आज 5 जुलाई को 77 वी जयंती मनाई जा रही है. चिराग पासवान ने आज अपने पिता रामविलास पासवान के सपनों को साकार करने के लिए हाजीपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की दावेदारी ठोक दी है. चिराग पासवान ने हाजीपुर सीट को लेकर के साफ तौर पर कहा कि इसमें शंखनाद करने की कोई बात नहीं है.
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"हाजीपुर मेरा घर रहा है. मेरे पिता ने हाजीपुर को अपनी मां कहा है. एक पुत्र होने के नाते मेरा यह दायित्व बनता है कि हाजीपुर का वैसे ही ध्यान रखूं जैसे मेरे पिता रखते थे. हाजीपुर को छोड़ने का प्रश्न ही नहीं खड़ा होता है. अगर मैं हाजीपुर छोड़ दिया तो अपने पिता से नजरें नहीं मिला सकूंगा."- चिराग पासवान, जमुई सांसद
ठनेगी चाचा-भतीजे मेंः बता दें कि रामविलास पासवान के भाई और चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस पटना में राम विलास पासवान की जयंती मना रहे हैं. लेकिन, चिराग पासवान हाजीपुर रामविलास की जयंती मनाने का निर्णय लिया है. आज समारोह में शामिल होने के लिए अपने आवास से निकलते समय उन्होंने इस बात के संकेत दिये. बता दें कि हाजीपुर सीट से फिलहाल रामविलास के भाई पशुपति पारस सांसद हैं. ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या हाजीपुर सीट पर चिराग पासवान के साथ-साथ पशुपति भी दावेदारी ठोक देंगे.
मंत्रिमंडल में जगह मिलने की उम्मीदः चिराग पासवान के आज के बयान से यह कयास लगाया जा रहा है कि चिराग पासवान ने अब मन बना लिया है कि हाजीपुर सीट पड़ी अपनी दावेदारी ठोकेंगे. वहीं से चुनाव लड़ेंगे. चिराग पासवान से जब केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री पद दिये जाने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस बात पर जवाब नहीं दिया. लेकिन, इस बात की उम्मीद जतायी जा रही है कि शायद चिराग पासवान केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिले.