पटनाः बिहार में लू से अबतक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है. लू की कहर के बारे में मौसम विभाग ने सरकार को आगाह कर दिया था. बिहार सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने इस बात को स्वीकार किया है.
मुख्यसचिव ने कहा कि मौसम विभाग द्वारा हीट वेव को लेकर पूर्वानुमान किया गया था. इससे संबंधित रिपोर्ट भी मिली थी. रिपोर्ट के मुताबिक 13 से 20 जून तक बिहार में हीट वेव का कहर बरपेगा और तापमान सामान्य से अधिक होने का अनुमान था.
फिर क्यों नहीं हुए अलर्ट?
अब सवाल यहां ये उठता है कि जब आपके पास मौसम के पूर्वानुमान की रिपोर्ट मौजूद थी, तो आप क्यों सोये रहे. ये सरकार की उदासीनता को दर्शाता है कि आखिर सरकार ने लोगों को जागरूक करने और अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था के लिए क्यों नहीं सोंचा.
पहने से किया जा चुका था अलर्ट
इस सभी सवालों के जवाब में मुख्य सचिव दीपक कुमार कहते हैं कि 15 तारीख के दोपहर 3 से 5ब जे के बीच अचानक तापमान में काफी बढ़ोत्तरी पाई गई थी. सरकार ने इसके कारण का पता लगाने में पूरे विशेषज्ञों की टीम को कहा है. दीपक कुमार बताते हैं कि हीट वेव से बिहार में अचानक हुई मौत काफी निराशाजनक और चिंता का विषय है.
मुख्यसचिव का जवाब
इसके बावजूद सवाल यही भी है कि क्या आम जनता के बीच जागरूकता उचित समय पर फैलाई गई थी? हालांकि इस सवाल के जवाब पर मुख्यसचिव कहते हैं कि सरकारी तंत्र अपने काम में लगे हुए हैं.