नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोविड-19 की वर्तमान स्थिति की समीक्षा और टीका वितरण की रणनीति को लेकर मुख्यमंत्रियों और राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के अन्य प्रतिनिधियों के साथ डिजिटल माध्यम से बैठक कर राज्यों के हालात की समीक्षा की. गृह मंत्री अमित शाह भी इस बैठक में मौजूद रहे. ठंड के साथ संक्रमण के खतरा बढ़ सकता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसको लेकर चेतावनी दी है.
बिहार
सीएम नीतीश ने पीएम मोदी को कोरोना रोकथाम के लिए बिहार सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयास की जानकारी दी. उन्होंने पीएम मोदी को बताया कि बिहार राज्य में कोरोना की रिकवरी रेट सबसे ज्यादा है. हालांकि संक्रमण के मामले भी लगातार आ रहे हैं.
देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले पिछले कुछ दिनों से 50,000 के नीचे आ रहे हैं, वहीं कुछ राज्यों में मामले तेजी से बढ़े हैं. कुछ शहरों में तो रात का कर्फ्यू भी लगाया गया है. केंद्र की ओर से लगातार यह प्रयास भी हो रहे हैं कि जब भी कोरोना का टीका उपलबध होगा, उसके सुचारू रूप से वितरण की व्यवस्था हो सके. भारत में फिलहाल पांच वैक्सीन तैयार होने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. इनमें से चार परीक्षण के दूसरे या तीसरे चरण में हैं जबकि एक पहले या दूसरे चरण में है.
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि उनकी सरकार सीरम इंसटिट्यूट के लोगों के साथ लगातार संपर्क में है. राज्य में वैक्सीन बांटने के लिए एक टास्क फोर्स भी बनाई गई है.
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बैठक के दौरान कहा कि राज्य में कोविड-19 नियंत्रण में है. इसके अलावा सूत्रों ने बताया कि उन्होंने बकाया जीएसटी कर का भुगतान करने की मांग की.
दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया, ताकि पड़ोसी राज्यों में जलने वाली पराली के कारण होने वाले प्रदूषण से निजात पायी जा सके. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि कोविड की तीसरी लहर का इतना असर कई कारणों की वजह से पड़ा, जिनमें से सबसे अधिक प्रदूषण जिम्मेदार है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बताया कि 10 नवम्बर को शहर में कोविड-19 के सवार्धिक 8600 नए मामले सामने आए थे और उसके बाद से मामले तेजी से कम हो रहे हैं.