पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की अध्यक्षता में मंगलवार को राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक हुई. बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) ने कहा कि बैंक शाखा खोलने को लेकर सभी राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय बैंकों को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं.
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तारकिशोर प्रसाद ने कहा, "बिहार सरकार चाहती है कि पंचायत स्तर पर बैंकों की शाखा खोली जाए ताकि ग्रामीण और सुदूर इलाकों में रहने वाले लोगों तक बैंक की सभी सुविधाएं मिले. बैंक आम और गरीब जनता को व्यवसाय से जुड़ा ऋण दें. बिहार की जनता से जितना बिजनेस होता है उसके अनुपात में बैंक ऋण कम दे रहे हैं."
1.61 लाख करोड़ रुपए कर्ज देने का लक्ष्य
तारकिशोर ने कहा, "वर्तमान वित्तीय वर्ष में बिहार सरकार ने बैंकों के व्यवसाय ऋण का लक्ष्य 1 लाख 61 हजार 500 करोड़ निर्धारित किया है. पिछले वर्ष 1 लाख 27 हजार करोड़ ऋण बैंकों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों के व्यवसायियों के बीच दिया गया था. कोरोना महामारी के बावजूद यह आंकड़ा संतोषजनक है."
कम कर्ज दे रहे हैं बैंक
उपमुख्यमंत्री ने कहा, "कोरोना महामारी से उत्पन्न आर्थिक संकट से निपटने के लिए बैंकों का सहयोग सबसे महत्वपूर्ण है. राज्य सरकार को पूरी उम्मीद है कि आर्थिक संकट से उबरने में बैंकों का भरपूर सहयोग मिलेगा. बिहार की जनता से बैंकों का जितना बिजनेस होता है उसके अनुपात में बैंक ऋण कम दे रहे हैं. मुख्यमंत्री ने इस अंतर को कम करने का निर्देश दिया है."
"बिहार में इथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति लाया गया है. इससे राज्य में औद्योगिक क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन जरूर होगा. भविष्य में बिहार में औद्योगिक क्षेत्र में कई तरह के प्रोत्साहन नीति लाने की योजना राज्य सरकार की है. इसमें बैंकों का सहयोग सबसे अधिक महत्वपूर्ण होगा."- तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री
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