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बिहार में पशु चिकित्सकों की होगी बहाली, सात निश्चय की बैठक में मुख्यमंत्री ने दिये ये निर्देश

saat nischay 2 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सात निश्चय 2 के तहत योजनाओं का लगातार समीक्षा कर रहे हैं. एक दिन पहले हर खेत तक जल पहुंचने की योजना की समीक्षा की थी. शनिवार 9 दिसंबर को सात निश्चय- 2 के अंतर्गत बिहार पशु स्वास्थ्य प्रबंधन हेतु आधारभूत व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक की. अधिकारियों को राज्य के सभी जिलों, प्रखण्डों, पंचायतों से लेकर सभी गांवों को डेयरी को-ऑपरेटिव नेटवर्क से जोड़ेने का निर्देश दिया.

मुख्यमंत्री
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 9, 2023, 10:25 PM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार 9 दिसंबर को बिहार पशु स्वास्थ्य प्रबंधन हेतु आधारभूत व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक की. 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में बैठक की गयी. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पशुओं को सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है. टेली मेडिसीन के माध्यम से पशु अस्पतालों को जोड़कर चिकित्सा परामर्श दिए जाने की व्यवस्था शुरू कराने को कहा गया. कॉल सेंटर एवं मोबाइल एप के माध्यम से इन सुविधाओं को लेकर तेजी से काम करने को कहा गया. पशु चिकित्सकों सहित अन्य चिकित्साकर्मियों हेतु पद सृजित कर उनकी शीघ्र बहाली कराएं.


नील गाय से फसलों को हो रही क्षतिः मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक 8-10 पंचायतों पर पशु अस्पताल की स्थापना की योजना बनाई गई है. जिन क्षेत्रों में पशु अस्पतालों की स्थापना नहीं हुई है वहां पशु अस्पतालों के शीघ्र स्थापना हेतु त्वरित कार्रवाई करें. पशु अस्पतालों में पशुओं के मुफ्त इलाज के साथ ही उनके लिये मुफ्त दवा की भी व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि घोड़परास (नील गाय) के कारण फसलों की क्षति हो रही है, इस समस्या के समाधान के लिये ठोस कार्यवाही करें.

दूध, मांस, मछली और अंडा का उत्पादन बढ़ाः मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद से ही दुग्ध उत्पादन में वृद्धि को लेकर कई कार्य किये हैं. अब तक तीन कृषि रोड मैप का कार्यान्वयन हो चुका है. चौथे कृषि रोड मैप की शुरुआत की गई है. कृषि रोड मैप के क्रियान्वयन के कारण राज्य में किसानों की आमदनी बढ़ी है. दूध, मांस, मछली और अंडा का उत्पादन बढ़ा है, इसे और बढ़ाने के लिए तेजी से काम करें. डेयरी को-ऑपरेटिव सोसायटी को बढ़ावा देने के लिए सरकार शुरु से ही प्रयासरत है. इसको लेकर हर तरह का सहयोग कर रही है.

गांवों को डेयरी को-ऑपरेटिव नेटवर्क से जोड़ने की तैयारीः राज्य के सभी जिलों, प्रखण्डों एवं पंचायतों से लेकर सभी गांवों को डेयरी को-ऑपरेटिव नेटवर्क से जोड़ें ताकि लोगों को रोजगार भी मिले और उनकी आमदनी भी बढ़े. देशी गायों की नस्ल को बढ़ावा देने की जरुरत है. बैठक में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री आफाक आलम सहित वरीय अधिकारी उपस्थित थे. बैठक में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ एन विजया लक्ष्मी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभाग की अद्यतन कार्य की प्रगति की जानकारी दी.

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार 9 दिसंबर को बिहार पशु स्वास्थ्य प्रबंधन हेतु आधारभूत व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक की. 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में बैठक की गयी. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पशुओं को सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है. टेली मेडिसीन के माध्यम से पशु अस्पतालों को जोड़कर चिकित्सा परामर्श दिए जाने की व्यवस्था शुरू कराने को कहा गया. कॉल सेंटर एवं मोबाइल एप के माध्यम से इन सुविधाओं को लेकर तेजी से काम करने को कहा गया. पशु चिकित्सकों सहित अन्य चिकित्साकर्मियों हेतु पद सृजित कर उनकी शीघ्र बहाली कराएं.


नील गाय से फसलों को हो रही क्षतिः मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक 8-10 पंचायतों पर पशु अस्पताल की स्थापना की योजना बनाई गई है. जिन क्षेत्रों में पशु अस्पतालों की स्थापना नहीं हुई है वहां पशु अस्पतालों के शीघ्र स्थापना हेतु त्वरित कार्रवाई करें. पशु अस्पतालों में पशुओं के मुफ्त इलाज के साथ ही उनके लिये मुफ्त दवा की भी व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि घोड़परास (नील गाय) के कारण फसलों की क्षति हो रही है, इस समस्या के समाधान के लिये ठोस कार्यवाही करें.

दूध, मांस, मछली और अंडा का उत्पादन बढ़ाः मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद से ही दुग्ध उत्पादन में वृद्धि को लेकर कई कार्य किये हैं. अब तक तीन कृषि रोड मैप का कार्यान्वयन हो चुका है. चौथे कृषि रोड मैप की शुरुआत की गई है. कृषि रोड मैप के क्रियान्वयन के कारण राज्य में किसानों की आमदनी बढ़ी है. दूध, मांस, मछली और अंडा का उत्पादन बढ़ा है, इसे और बढ़ाने के लिए तेजी से काम करें. डेयरी को-ऑपरेटिव सोसायटी को बढ़ावा देने के लिए सरकार शुरु से ही प्रयासरत है. इसको लेकर हर तरह का सहयोग कर रही है.

गांवों को डेयरी को-ऑपरेटिव नेटवर्क से जोड़ने की तैयारीः राज्य के सभी जिलों, प्रखण्डों एवं पंचायतों से लेकर सभी गांवों को डेयरी को-ऑपरेटिव नेटवर्क से जोड़ें ताकि लोगों को रोजगार भी मिले और उनकी आमदनी भी बढ़े. देशी गायों की नस्ल को बढ़ावा देने की जरुरत है. बैठक में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री आफाक आलम सहित वरीय अधिकारी उपस्थित थे. बैठक में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ एन विजया लक्ष्मी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभाग की अद्यतन कार्य की प्रगति की जानकारी दी.

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