पटना: ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने 18 वर्ष के ऊपर के सभी दवा विक्रेताओं, फार्मासिस्ट स्टाफ के सदस्यों को कोविड वॉरियर घोषित कर उनका वैक्सीनेशन प्रारंभ करने की मांग की है. इसके साथ ही चेतावनी दी है कि यदि ऐसा नहीं गया तो देश के समस्त दवा विक्रेता लॉकडाउन में अन्य व्यापारियों के साथ शामिल होने पर मजबूर होंगे. दुकान बंद कर देंगे. बता दें कि यह 9.40 लाख केमिस्टों का देशव्यापी संगठन है.
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दवा विक्रेताओं का महत्वपूर्ण योगदान
अध्यक्ष जेएस शिंदे और महासचिव राजीव सिंघल ने बताया कि देश का प्रत्येक केमिस्ट तमाम कोरोना के खतरों के बावजूद पीड़ित मानवता की सेवा के लिए निरंतर दवा उपलब्धता करवा रहे हैं. दवा विक्रेताओं का महत्व डॉक्टर नर्स, हॉस्पिटल, स्टाफ और सफाई कर्मचारियों से कम नहीं आंका जा सकता है. वे तमाम लॉकडाउन और अनेक प्रतिबंधों के बावजूद सभी प्रकार के खतरों से रूबरू होते हुए मैदान में डटे हुए हैं.
सरकार को कई बार भेजा ज्ञापन
उन्होंने कहा कि अनेकों ज्ञापन के बावजूद सरकार ने आज तक न तो दवा विक्रेता फार्मासिस्टों को कोविड वॉरियर घोषित किया है ना ही उन्हें वैक्सीनेशन में प्राथमिकता प्रदान की गई है. जबकि गत वर्ष से आज तक देश में लगभग 650 से अधिक दवा विक्रेता पीड़ित मानवता की सेवा करते हुए कोविड-19 के शिकार बनकर काल के गाल में समा गए हैं.
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कई केमिस्टों की हुई मौत
'दवा विक्रेता होने के बावजूद जब हमारे परिजनों को रेमडेशिविर और टोसिजुमेब की जरूरत हुई तो भी शासन के नियमों के अधीन हमें इंजेक्शन नहीं मिले. इसलिए कई केमिस्टों की मौत हो गई.' :- राजीव सिंघल, महासचिव, ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट