पटनाः बिहार के पटना में फुलवारीशरीफ (Phulwarisharif PFI Case) में सोशल मीडिया पर गजवा-ए-हिंद (Ghazwa-E-Hind) ग्रुप बनाकर देशद्रोही गतिविधि चलाने के मामले में एनआईए के द्वारा दायर की गई 2 चार्जशीट 5 लोगों के खिलाफ है. दअरसल एनआईए इस मामले में जल्द ही तीसरी और इसके बाद चौथी चार्जशीट भी दायर करने की तैयारी में जुटी हुई है. इसमें तकरीबन 1 दर्जन अन्य आरोपियों को अभियुक्त बनाए जाने की बात कही गई है. फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले में लगभग 22 लोगों की गिरफ्तारी अब तक हुई है, इनमें से 5 लोगों के खिलाफ चार्जशीट एनआईए की विशेष अदालत में दायर की जा चुकी है.
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गजवा ए हिंद मामले की तफ्तीश जारीः दरअसल फुलवारीशरीफ गजवा ए हिंद मामले की तफ्तीश के बाद इस आतंकी गुट में शामिल कई और लोग भी सामने आ रहे हैं. इस आतंकी नेटवर्क में शामिल यहां के सभी आरोपियों को एनआईए(NIA) अपनी जांच में उजागर करेगी. अब तक गजवा ए हिंद मामले में सिर्फ दानिश उर्फ मरगूब की गिरफ्तारी हुई है. वहीं, पीएफआई मामले में आधा दर्जन आरोपियों की गिरफ्तारी बिहार के अलग-अलग जिलों से हो चुकी है. NIA यह दोनों मामलों की जांच साथ में कर रही है.
एनआईए को मिली कई अहम जानाकरीः एनआईए (NIA) के विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार NIA को साक्ष्य मिला है कि पटना के फुलवारीशरीफ से युवाओं को आतंक का पाठ पढ़ाया जाता था और व्हाट्सएप टेलीग्राम समेत अन्य सोशल प्लेटफॉर्म की मदद से आतंकी नेटवर्क का संचालन किया जाता था. एनआईए को देशद्रोही संवेदनशील दस्तावेज का आदान प्रदान बड़ी संख्या में हुआ करता था जिसका साक्ष्य वीडियो ऑडियो और टेक्स्ट फाइल के द्वारा बरामद हुआ है. विशेष सूत्रों के अनुसार पटना के फुलवारीशरीफ में आतंकी घटना को अंजाम देने की बलिदानी चल रही थी.
फुलवारीशरीफ में चलता था आतंकी ट्रेनिंग सेंटरः जानकारी के मुताबिक इस संस्थान को पीएफआई के सदस्य आतंकी ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर चलाते थे. यहां तक की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए फंड एकत्र करने से लेकर आतंकी हुजूम में युवाओं की भर्ती तक की जाती थी. आपको बता दें कि पीएफएई और एसडीपीआई के नाम पर फुलवारीशरीफ के नया टोला के अहमद पैलेस में शारिरिक प्राशिक्षण के नाम पर देश विरोधी आतंकी नेटवर्क तैयार किए जा रहे थे और यहां से देश को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के मामले का खुलासा हुआ था. इस मामले में 22 लोगों को आरोपी बनाया गया था, इनमें से ज्यादातर लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.