पटना: पटना विश्वविद्यालय ने सेंट्रल लाईब्रेरी के 100 साल होने पर शताब्दी समारोह धूमधाम से मनाने का फैसला किया गया है. इस मौके पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी शामिल होंगे. इसको लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन तैयारियों में जुट गया है.
पटना विश्वविद्यालय के सेंट्रल लाईब्रेरी की स्थापना 24 सितंबर 1919 को हुआ था. इस साल इसका 100 साल पूरा होने जा रहा है. इसको लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक वृहद कार्यक्रम करने का निर्णय किया है. पटना विश्वविद्यालय में 4 अगस्त को उपराष्ट्रपति आएंगे. इस मौके पर उपराष्ट्रपति डाक टिकट का भी लोकार्पण करेंगे.
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू पहुंचेंगे
लाइब्रेरी इंचार्ज प्रोफेसर रविंद्र प्रसाद ने बताया कि पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में 1 घंटे के लिए उपराष्ट्रपति आ रहे हैं. उन्हें सबसे पहले पुस्तकालय में रखे दुर्लभ पांडुलिपियों से रूबरू कराया जाएगा. यहां रखे तामपत्र, भोजपत्र और चौदहवीं शताब्दी के सिक्के दिखाये जाएंगे. इसके बाद उपराष्ट्रपति पटना हाई स्कूल के शताब्दी सामारोह में भी शामिल होंगे.
लगभग 3 लाख दुर्लभ पांडुलिपि है मौजूद
बता दें कि पटना विश्वविद्यालय में छात्र अब डिजिटल रूप में भी किताबें पढ़ सकते हैं. यहां 40 लाख किताबें और 1 लाख जर्नल का संग्रह है. इसके लिए पटना विश्वविधायल सेंट्रल लाइब्रेरी को नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी वर्ल्ड ई बुक लाइब्रेरी से लिंक करने जा रही है. यह सुविधा छात्रों के लिए सोमवार से शुरू हो जाएगी. यहां छात्र प्रसिद्ध वक्ताओं के प्रेरक भाषण का ऑडियो भी सुन सकेंगे. पीयू के सेंट्रल लाइब्रेरी में लगभग पौने तीन लाख दुर्लभ पांडुलिपियों को आज भी सुरक्षित रखा गया है.