पटना: बिहार में राजनीतिक संकट की स्थिति है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच खिचड़ी पक रही है. जिसको लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं. वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश स्तर के तमाम नेताओं को इस मामले पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया है. हालात पर केंद्रीय नेतृत्व नजर बनाए हुई है.
ये भी पढ़ें-BJP से अलग होकर भी CM नीतीश आसानी से बना सकेंगे बिहार में सरकार, ऐसा होगा राजनीतिक समीकरण
दिल्ली से लौटे प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल: भारतीय जनता पार्टी संकट की स्थिति में दिख रही है. नीतीश और तेजस्वी यादव के बीच नजदीकियों की खबर से भाजपा खेमे में हड़कंप मची हुई है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और संगठन महामंत्री भिखू भाई दलसानिया दिल्ली तलब किए गए. दिल्ली में इधर, राष्ट्रीय जनता दल ने भी पार्टी के तमाम प्रवक्ताओं को कुछ भी बोलने से रोक दिया है. सिर्फ तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह ही बयान दे सकते हैं. कमोबेश यही स्थिति भारतीय जनता पार्टी के अंदर है.
केंद्रीय नेतृत्व के पाले में गेंद: भाजपा के कई नेता दिल्ली में कैंप कर रहे हैं. पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद फिलहाल दिल्ली में हैं और सभी शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं. भाजपा दफ्तर में किस तरीके का माहौल है और नेता क्या सोच रहे हैं इसका जायजा ईटीवी भारत के संवाददाता ने लिया. जहां पार्टी दफ्तर में बीजेपी के नेता कुछ भी बोलने से कतराते दिखे.
ये भी पढ़ें-बिहार में बड़े सियासी बदलाव के संकेत, CM नीतीश ने की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात