पटना: बिहार विधानसभा के 100 साल पूरा होने पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किया. इस दौरान सीएम ने पक्ष और विपक्ष के विधायकों को सरकार का हिस्सा बताया और कहा कि जनता की समस्याओं को दूर करना सभी का कर्तव्य है.
शताब्दी समारोह का आयोजन
बिहार विधानसभा के 100 साल पूरा होने पर सेंट्रल हॉल में शताब्दी वर्ष समारोह का आयोजन किया गया. विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. कार्यक्रम में सभी दल के नेता शामिल हुए.हालांकि लालू परिवार से कोई भी सदस्य कार्यक्रम में मौजूद नहीं था.
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'जनता ही असली मालिक है, हम लोग सेवक और जनता ने फिर से सेवा का मौका दिया है, हम लोग सेवा कर रहे हैं. बिहार को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं. विधायक चाहे पक्ष के हो या विपक्ष के सभी सरकार का हिस्सा हैं. विधायक केवल जनप्रतिनिधि ही नहीं है. वे सभी जनता के प्रतिनिधि हैं, जहां से चुनकर आए हैं. इसलिए उनका कर्तव्य है जनता की समस्याओं को दूर करना.'- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
सभी दल के नेताओं को मिला बोलने का मौका
मुख्यमंत्री के निर्देश पर कार्यक्रम में फेरबदल भी किया गया. सभी दल के नेताओं को शताब्दी वर्ष के मौके पर बोलने का मौका दिया गया. कई दल के नेता ने विधायकों के सम्मान को लेकर चिंता जाहिर की, तो वहीं कुछ ने सत्र छोटा होने पर भी नाराजगी जताई और कहा कि सत्र लंबा होना चाहिए जिससे अधिक से अधिक जनता की समस्याओं को लेकर चर्चा हो सके. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि यह गौरव का मौका है और 1 साल तक कार्यक्रम चलेगा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी आएंगे सत्र लंबा चले इसके पक्ष में हम भी हैं.