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STET रिजल्ट के बाद असमंजस में अभ्यर्थी, निवारण के लिए शिक्षा विभाग ने बनाई 4 सदस्यीय कमेटी - एसटीईटी रिजल्ट

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बिहार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2019 के तीन विषयों का रिजल्ट घोषित कर दिया है. आखिरी परिणाम में दो श्रेणी के अभ्यर्थी उत्तीर्ण किए गए हैं, जिनमें से एक क्वालिफाइड एंड इन मेरिट लिस्ट जबकि दूसरा क्वालिफाइड बट नॉट इन मेरिट लिस्ट है. जिसके बाद से अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है.

शिक्षा विभाग
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Published : Jun 22, 2021, 10:57 PM IST

पटना: बिहार में जब से माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) के नतीजे घोषित हुए हैं उसके बाद से ही शिक्षक अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है. दरअसल बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने जो लिस्ट जारी किया है उसे लेकर अभ्यर्थी कन्फ्यूज हैं. इसे देखते हुए अब शिक्षा विभाग ने एक कमेटी का गठन किया है जो अभ्यर्थियों का सारा कंफ्यूजन दूर करेगी.

ये भी पढ़ें- बोले बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी- अब नहीं होगा हमसे वेट, #Release_Counselling_Date

तीन विषयों का रिजल्ट घोषित
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बिहार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2019 के तीन विषयों का रिजल्ट घोषित किया है. आखिरी परिणाम में दो श्रेणी के अभ्यर्थी उत्तीर्ण किए गए हैं, जिनमें से एक क्वालिफाइड एंड इन मेरिट लिस्ट जबकि दूसरा क्वालिफाइड बट नॉट इन मेरिट लिस्ट है. यहीं से अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है. आखिरकार अभ्यर्थी परेशान होकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से संपर्क करने की कोशिश करने लगे हैं. इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया है.

लाइफटाइम कर दी है मान्यता
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने स्पष्ट किया है कि हाल ही में केंद्रीय शिक्षा विभाग ने टीईटी प्रमाण पत्र की मान्यता लाइफटाइम कर दी है और यह लाइफटाइम वैलिडिटी साल 2011 से ही लागू की गई है. इसे देखते हुए 2011 में एसटीईटी परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को भी अब नियोजन में शामिल होने का मौका मिल सकेगा, क्योंकि पहले उनकी सर्टिफिकेट की मान्यता सिर्फ 2 साल के लिए बढ़ाई गई थी और अब वह लाइफ टाइम हो गई है.

सातवें चरण में शामिल हो सकेंगे अभ्यर्थी
शिक्षा विभाग के आदेश में यह कहा गया है कि एसटीईटी के प्रमाण पत्र की मान्यता लाइफ टाइम होने के बाद जो अभ्यर्थी सातवें चरण के शिक्षक नियोजन में शामिल नहीं हो पाते, वे अब शामिल हो सकेंगे. इसलिए 2011 के एसटीईटी पास अभ्यर्थियों और क्वालिफाइड बट नॉट इन मेरिट लिस्ट की पात्रता के संबंध में अनुशंसा करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है. इस समिति के अध्यक्ष शिक्षा विभाग के सचिव होंगे जबकि सदस्यों में प्राथमिक शिक्षा निदेशक, माध्यमिक शिक्षा के उपनिदेशक अमित कुमार और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के परीक्षा नियंत्रक (विधिक) शामिल हैं. यह समिति जल्द अपनी अनुशंसा अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग को सौंपेगी. जिसके बाद ये पूरा कन्फ्यूजन दूर हो सकेगा.

पटना: बिहार में जब से माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) के नतीजे घोषित हुए हैं उसके बाद से ही शिक्षक अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है. दरअसल बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने जो लिस्ट जारी किया है उसे लेकर अभ्यर्थी कन्फ्यूज हैं. इसे देखते हुए अब शिक्षा विभाग ने एक कमेटी का गठन किया है जो अभ्यर्थियों का सारा कंफ्यूजन दूर करेगी.

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तीन विषयों का रिजल्ट घोषित
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बिहार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2019 के तीन विषयों का रिजल्ट घोषित किया है. आखिरी परिणाम में दो श्रेणी के अभ्यर्थी उत्तीर्ण किए गए हैं, जिनमें से एक क्वालिफाइड एंड इन मेरिट लिस्ट जबकि दूसरा क्वालिफाइड बट नॉट इन मेरिट लिस्ट है. यहीं से अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है. आखिरकार अभ्यर्थी परेशान होकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से संपर्क करने की कोशिश करने लगे हैं. इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया है.

लाइफटाइम कर दी है मान्यता
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने स्पष्ट किया है कि हाल ही में केंद्रीय शिक्षा विभाग ने टीईटी प्रमाण पत्र की मान्यता लाइफटाइम कर दी है और यह लाइफटाइम वैलिडिटी साल 2011 से ही लागू की गई है. इसे देखते हुए 2011 में एसटीईटी परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को भी अब नियोजन में शामिल होने का मौका मिल सकेगा, क्योंकि पहले उनकी सर्टिफिकेट की मान्यता सिर्फ 2 साल के लिए बढ़ाई गई थी और अब वह लाइफ टाइम हो गई है.

सातवें चरण में शामिल हो सकेंगे अभ्यर्थी
शिक्षा विभाग के आदेश में यह कहा गया है कि एसटीईटी के प्रमाण पत्र की मान्यता लाइफ टाइम होने के बाद जो अभ्यर्थी सातवें चरण के शिक्षक नियोजन में शामिल नहीं हो पाते, वे अब शामिल हो सकेंगे. इसलिए 2011 के एसटीईटी पास अभ्यर्थियों और क्वालिफाइड बट नॉट इन मेरिट लिस्ट की पात्रता के संबंध में अनुशंसा करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है. इस समिति के अध्यक्ष शिक्षा विभाग के सचिव होंगे जबकि सदस्यों में प्राथमिक शिक्षा निदेशक, माध्यमिक शिक्षा के उपनिदेशक अमित कुमार और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के परीक्षा नियंत्रक (विधिक) शामिल हैं. यह समिति जल्द अपनी अनुशंसा अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग को सौंपेगी. जिसके बाद ये पूरा कन्फ्यूजन दूर हो सकेगा.

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