पटना: सरकार विकास को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है. लेकिन प्रदेश के कई क्षेत्र आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. बरसात के मौसम में गंगा नदी पर से पीपा पुल को हटा दिया गया है. इससे कई क्षेत्रों के लोग अपनी जान जोखिम में डालकर नाव से नदी पार करने को मजबूर हैं.
मामला राघोपुर का है. इस क्षेत्र के विधायक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव हैं. पीपा पुल के हटने से जोड़ावनपुर, राघोपुर और रुस्तमपुर के लोगों का जनजीवन बहुत प्रभावित हो जाता है. यहां के लोग वर्षों से एक पक्का पुल का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन यह क्षेत्र दशकों से हाई प्रोफाइल सीट होते हुए भी विकास से अछूता रह गया है.
जान जोखिम में डाल लोग जाते हैं गंगा पार
बरसात का मौसम आते ही यहां के लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस मौसम में लोग गंगा नदी पार करने के लिए नाव का सहारा लेते हैं. नाव वाले ज्यादा पैसों के लिए हमेशा ओवरलोड कर सवारी को नदी पार कराते हैं. ओवरलोड से कई बार हादसे भी हो चुके हैं. लेकिन इस ओर न प्रशासन का ध्यान है और न ही यहां के लोग सतर्क हैं.
लालू यादव का रहा है परंपरागत सीट
बता दें कि राघोपुर विधानसभा से क्षेत्र लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार का परंपरागत सीट रहा है. लालू यादव के मुख्यमंत्री काल में यहां 1993 में पीपा पुल की शुरूआत की गई. लेकिन यह सिर्फ छह महीने ही रहता है. वहीं नीतीश कुमार ने यहां एक पक्का पुल का शिलान्यास किया है. पुल निर्माण का कार्य शुरू भी हो चुका है. इसके लिए लोगों को अभी छह महीना का इंतजार करना पड़ेगा.