पटना: बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे और अंतिम दिन की पहली पाली की परीक्षा सुबह 10:00 बजे से 12:00 तक हुई. परीक्षा समाप्त होने के बाद शिक्षक अभ्यर्थियों ने बीपीएससी पर ही सवाल उठा दिए हैं. अभ्यर्थियों ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि जो तैयारी थी, उसे तैयारी से अलग सवाल पूछे गए हैं. उनका कहना है कि प्रश्न पत्र देखकर लगा ही नहीं कि नौवीं और दसवीं के अभ्यर्थियों के लिए सवाल है.
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परीक्षा देकर क्या बोले अभ्यर्थी?: एक शिक्षक अभ्यर्थी ने कहा कि सवाल में कोई दम नहीं. शिक्षक बहाली के लिए एग्जाम लिया जा रहा है लेकिन यह एग्जाम शिक्षक बहाली के लिए नहीं है. बीपीएससी की तरफ से एग्जाम लिया जा रहा है तो उम्मीद थी कि स्टैंडर्ड सवाल पूछे जाएंगे लेकिन सिलेबस से बाहर और एकदम आसान प्रश्न पूछा गया.
सिलेबस के बाहर से थे सवाल: गोपालगंज से आज शिक्षक अभ्यर्थी ने कहा कि एनसीआरटी का जो सिलेबस था, उसमें से सवाल नहीं पूछा गया है. ग्रामर और लिटरेचर का सवाल होना चाहिए था लेकिन सवाल अलग था. सवाल बनाने में कोई परेशानी नहीं हुई लेकिन जो तैयारी थी, उससे हट कर सवाल दिया गया. हमने अपनी बुद्धि और विवेक से सवाल को सॉल्व किया है.
"लग ही नहीं रहा था कि बीपीएससी परीक्षा ले रहा है. मैंने तो जिस तरह के सवाल को सोचकर तैयारी की थी, उससे बिल्कुल आसान प्रश्न पूछे गए हैं. लिटरेचर की परीक्षा थी लेकिन एक भी सवाल उसका नहीं था. ऐसा लग रहा है कि जबरदस्ती पास कराने की कोशिश की गई है"- शिक्षक अभ्यर्थी
बहुत आसान थे सवाल: वहीं, एक शिक्षक अभ्यर्थी ने कहा कि एनसीआरटी से सवाल पूछे जाने को कहा गया था लेकिन इसका फॉलो नहीं किया गया. ग्रामर का प्रश्न पत्र अच्छा था लेकिन लिटरेचर के प्रश्न में एक जगह भी इंग्लिश को टच नहीं किया गया. जो शिक्षक का सिलेबस है, उससे बाहर का सवाल पूछा गया है और इस एग्जाम को देने के बाद ही पता ही नहीं चला कि हम शिक्षक का एग्जाम दे रहे हैं.
बीपीएससी को सिलेबस के आधार पर पूछना चाहिए था: उधर, एक महिला शिक्षक अभ्यर्थी ने बताया कि सवाल अच्छा था लेकिन बीपीएससी सिलेबस से एक भी सवाल नहीं पूछा गया है. वहीं, एक अन्य महिला शिक्षक अभ्यर्थी ने बीपीएसीसी पर सवाल खड़ा करते हुए कि हम लोगों को उम्मीद ही नहीं थी कि इस तरह के सवाल पूछे जाएंगे. एनसीआरटी के एक भी प्रश्न को टच नहीं किया गया.
"आप क्या पूछ रहे हैं आपको पता नहीं आपने क्या सिलेबस दिया है. क्वैश्चन हैवी नहीं था लेकिन आपने कहा था कि एनसीआरटी पढ़ो और सिर्फ ग्रामर से सवाल पूछा. यह बिल्कुल भी एग्जाम का लेवल नहीं था"- महिला परीक्षार्थी
एक लाख 70 हजार शिक्षकों की होगी बहाली: आपको बताएं कि इस परीक्षा के माध्यम से बिहार में एक लाख 70 हजार शिक्षकों की भर्ती होगी. बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से आयोजित इस परीक्षा के बाद बहाल होने वाले शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिलेगा. 24 से 26 अगस्त तक परीक्षा का आयोजन किया गया है. आखिरी दिन पहली पाली की परीक्षा सुबह 10:00 बजे से 12:00 बजे तक हुई, जबकि दूसरी पाली की परीक्षा 3:30 बजे से 5:30 तक आयोजित की गई. राजधानी में 38 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे.