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पशु विज्ञान विश्वविद्यालय: पशुओं की बीमारियों के साथ-साथ जांच की भी सुविधा शुरू

पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के चिकित्सालय में पशुओं के बीमारियों के साथ-साथ जांच की सुविधा भी शुरू कर दी गई है. जिससे पशुपालकों को काफी राहत मिलेगी.

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Published : Feb 17, 2021, 10:44 AM IST

जांच की भी सुविधा शुरू
जांच की भी सुविधा शुरू

पटना: पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के चिकित्सालय में अब बिहार के जिलों के पशु चिकित्सालय से आये जानवरों का ब्लड, मल-मूत्र सैंपल की भी जांच शुरू कर दी गई है. अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर सोनम भट्ट के अनुसार बड़े जानवरों के ब्लड, मल-मूत्र का सैंपल यहां आता है और उसकी जांच रिपोर्ट यहीं से भेजी जाती है.
फिलहाल इस सीजन में छोटे जानवरों में वायरस जनित बीमारी ज्यादा देखने को मिल रहा है. अस्पताल में सभी तरह के जानवरों के टेस्ट की सुविधा और सर्जरी की भी व्यवस्था उपलब्ध है.

इसे भी पढ़ें: बिहार में मैट्रिक परीक्षा शुरू, 16.84 लाख परीक्षार्थी होंगे शामिल

जांच कर भेजी जा रही रिपोर्ट
पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के चिकित्सालय में जिस प्रकार की व्यवस्था की गई है. इससे कहीं न कहीं पशुपालक को काफी फायदा होगा. बिहार के विभिन्न जिलों के पशुपालक जानवरों का सैंपल लेकर पहुंच रहे हैं. यहां के जांच लेबोरेटरी में सैंपल की जांच कर रिपोर्ट भेजी जा रही है.

देखें रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: राहुल गांधी ही कर सकते हैं नरेंद्र मोदी से मुकाबला, बनने चाहिए कांग्रेस अध्यक्ष : रिपुन बोरा

पशुपालक को मिलेगी राहत
आपको बता दें कि बिहार में करोड़ों की संख्या में पालतू जानवर को पशुपालक ने पाल रखा है. लेकिन बिहार में मात्र 3,000 पशु चिकित्सक उपलब्ध है. कई जिलों में पशु चिकित्सालय का घोर अभाव है. ऐसे हालात में जो सुदूर देहात में पशुपालक हैं, उन्हें इस तरह की सुविधा उपलब्ध हो जाने से काफी राहत मिलेगी.

पटना: पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के चिकित्सालय में अब बिहार के जिलों के पशु चिकित्सालय से आये जानवरों का ब्लड, मल-मूत्र सैंपल की भी जांच शुरू कर दी गई है. अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर सोनम भट्ट के अनुसार बड़े जानवरों के ब्लड, मल-मूत्र का सैंपल यहां आता है और उसकी जांच रिपोर्ट यहीं से भेजी जाती है.
फिलहाल इस सीजन में छोटे जानवरों में वायरस जनित बीमारी ज्यादा देखने को मिल रहा है. अस्पताल में सभी तरह के जानवरों के टेस्ट की सुविधा और सर्जरी की भी व्यवस्था उपलब्ध है.

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जांच कर भेजी जा रही रिपोर्ट
पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के चिकित्सालय में जिस प्रकार की व्यवस्था की गई है. इससे कहीं न कहीं पशुपालक को काफी फायदा होगा. बिहार के विभिन्न जिलों के पशुपालक जानवरों का सैंपल लेकर पहुंच रहे हैं. यहां के जांच लेबोरेटरी में सैंपल की जांच कर रिपोर्ट भेजी जा रही है.

देखें रिपोर्ट.

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पशुपालक को मिलेगी राहत
आपको बता दें कि बिहार में करोड़ों की संख्या में पालतू जानवर को पशुपालक ने पाल रखा है. लेकिन बिहार में मात्र 3,000 पशु चिकित्सक उपलब्ध है. कई जिलों में पशु चिकित्सालय का घोर अभाव है. ऐसे हालात में जो सुदूर देहात में पशुपालक हैं, उन्हें इस तरह की सुविधा उपलब्ध हो जाने से काफी राहत मिलेगी.

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