पटनाः जदयू (JDU) कार्यालय में बुधवार को जनसुनवाई कार्यक्रम किया गया. जनसुनवाई में भाग लेने के लिए पार्टी के कई कार्यकर्ता पहुंचे थे. लेकिन बुधवार को मंत्रियों की व्यस्तता ज्यादा थी. ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार (Minister Sharavan Kumar) और ग्रामीण विकास कार्य मंत्री जयंत कुमार बहुत ज्यादा देर रुके नहीं.
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वहीं मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री सुनील कुमार पहुंचे ही नहीं. बीजेपी के कार्यकर्ता भी शराब माफियाओं से परेशान होकर मंत्री सुनील कुमार से गुहार लगाने पहुंचे थे. लेकिन मंत्री के नहीं आने से बीजेपी कार्यकर्ता को निराशा हाथ लगी.
पटना जिले के रहने वाले अमित कुमार बीजेपी के कार्यकर्ता हैं. लेकिन मामला शराबबंदी से जुड़ा हुआ था. पिछले साल शराब बेचने वालों को अमित ने पकड़वाया था. उसके बाद शराब माफिया अमित को परेशान करने लगे. इस साल भी शराब बेचने वाले को पकड़वाने का काम अमित ने किया है. उसके बाद अमित के साथ शराब माफिया मारपीट करने लगे हैं.
इसी शिकायत को लेकर जदयू कार्यकर्ता मंत्री से गुहार लगाने पहुंचे थे. लेकिन आज मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री सुनील कुमार विभागीय कार्य में व्यस्त रहने के कारण पार्टी कार्यालय नहीं पहुंच सके. बहुत देर इंतजार करने के बाद बीजेपी के कार्यकर्ता निराश होकर जदयू कार्यालय से चले गए.
'बीजेपी मंत्रियों से भी गुहार लगाई थी और अधिकारियों से भी मिल चुका हूं. लेकिन अब तक शराब माफियाओं से किसी ने भी सुरक्षा प्राप्त नहीं करवाई है. बुधवार को भी मंत्री नहीं मिले. अब एक सप्ताह और इंतजार करना पड़ेगा.' -अमित कुमार, कार्यकर्ता, बीजेपी
मुख्यमंत्री ने आज आपदा प्रबंधन विभाग की मैराथन बैठक की थी. उसमें तीनों मंत्री शामिल हुए थे. इसी कारण पार्टी कार्यालय में जहां दो मंत्री कुछ ही देर के लिए आए, तो वहीं मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री आए ही नहीं. इसके कारण बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ दूसरे कार्यकर्ताओं को भी लौटना पड़ा.
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