पटना: बिहार की सत्ताधारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड को बड़ा झटका लगा है. नागालैंड में पार्टी के एक विधायक ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है, तो जेडीयू ने भी विधायक को बाहर का रास्ता दिखाने का निर्णय लिया है. भाजपा ने जेडीयू नेतृत्व पर चुटकी (BJP targets JDU over Nagaland politics) ली है. इस बाबत भाजपा चुटकी ले रही है. बीजेपी का कहना है कि जेडीयू बिहार से बाहर पार्टी का विस्तार चाहती है और दूसरी तरफ उनके विधायक ही टूटकर दूसरे पार्टी में जा रहे हैं. वहीं जेडीयू का कहना है कि पार्टी के नीति के खिलाफ जाने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा.
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नागालैंड में जेडीयू के विधायक ने तोड़ा पार्टी से नाताः भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है कि नागालैंड विधानसभा चुनाव में जेडीयू बड़े ही उत्साह से चुनाव प्रचार में भाग लिया था और अपना उम्मीदवार उतारा था. लेकिन राष्ट्रीय राजनीति की महत्वाकांक्षा रखने वाली जेडीयू को एलजेपी से भी कम सीटें मिली. इतना ही नहीं जेडीयू की पार्टी से जीते एक मात्र विधायक ने भी पार्टी से नाता तोड़कर भाजपा गठबंधन को समर्थन दे दिया है. इससे साफ है कि नीतीश जी की पाॅकेट की पार्टी का नागालैंड में कोई वजूद नहीं है.
जेडीयू ने बताया नीति के खिलाफ चलने वालाः वहीं जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा जेडीयू नीति और सिद्धांत पर चलने वाली पार्टी है. नीतीश कुमार के चेहरे पर हम जाते हैं तो जनता हम पर विश्वास करती है. नागालैंड में चुनाव में जेडीयू का एक विधायक विजयी हुआ है. अब सूचना मिली है कि उस विधायक ने बीजेपी गठबंधन को समर्थन देने का ऐलान किया है, जो पार्टी की नीति के खिलाफ है. इस पर पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने निर्णय लिया है कि नागालैंड में पार्टी के प्रदेश इकाई को भंग किया जाता है. नीतीश कुमार ने बिहार में महागठबंधन का स्वरूप तैयार किया है. वहीं पूरे देश में कैसे विपक्षीय एकता एकजुट हो उसके लिए प्रयासरत हैं. ऐसी स्थिति में ऐसी चीजों का कोई स्थान नहीं है.
"नागालैंड विधानसभा चुनाव में जेडीयू बड़े ही उत्साह से चुनाव प्रचार में भाग लिया था और अपना उम्मीदवार उतारा था. जेडीयू की पार्टी से जीते एक मात्र विधायक ने भी पार्टी से नाता तोड़कर भाजपा गठबंधन को समर्थन दे दिया है. इससे साफ है कि नीतीश जी की पाॅकेट की पार्टी का नागालैंड में कोई वजूद नहीं है. जेडीयू जिस तरह से आरजेडी की गोद में बैठकर राजनीति कर रही है, तो उसका पटाक्षेप इसी बिहार के सियासी मैदान में हो जाएगा. जेडीयू पूर्णतः समाप्त हो जाएगा और जेडीयू के सारे विधायक माकूल समय देखकर अपने हिसाब से दूसरी पार्टी में चले जाएंगे" - निखिल आनंद, प्रवक्ता, बीजेपी
आरजेडी की गोद में बैठकर सियासत कर रहे नीतीश कुमारः इधर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि नीतीश कुमार यू-टर्न की बात करते हैं. इतनी यू-टर्न के बाद नीतीश कुमार राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पार्टी की क्रेडिबलिटी स्थापित करना चाहते हैं और ऐसे में नागालैंड से जीते उनके एक मात्र विधायक ने भी धता बता दिया. अब ऐसे में जेडीयू जिस तरह से आरजेडी की गोद में बैठकर राजनीति कर रही है, तो उसका पटाक्षेप इसी बिहार के सियासी मैदान में हो जाएगा. जेडीयू पूर्णतः समाप्त हो जाएगा और जेडीयू के सारे विधायक माकूल समय देखकर अपने हिसाब से दूसरी पार्टी में चले जाएंगे.
"जेडीयू नीति और सिद्धांत पर चलने वाली पार्टी है. नीतीश कुमार के चेहरे पर हम जाते हैं तो जनता हम पर विश्वास करती है. नागालैंड में चुनाव में जेडीयू का एक विधायक विजयी हुआ है. अब सूचना मिली है कि उस विधायक ने बीजेपी गठबंधन को समर्थन देने का ऐलान किया है, जो पार्टी की नीति के खिलाफ है. इस पर पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने निर्णय लिया है कि नागालैंड में पार्टी के प्रदेश इकाई को भंग किया जाता है" - अभिषेक झा, प्रवक्ता, जेडीयू