पटना: राजधानी पटना के दानापुर के सगुना मोड़ स्थित हाईटेक अस्पताल परिसर में भाजपा द्वारा आयोजित ब्लॉक पंचायत सदस्य कार्यशाला का उद्धघाटन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने दीप प्रज्वलित कर किया. सम्राट चौधरी के साथ बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, पार्टी सांसद रामकृपाल यादव और विधायक नंद किशोर यादव सहित कई नेता मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार, लालू यादव के साथ-साथ पूरे महागठबंधन की सरकार पर जोरदार निशाना साधा.
कांग्रेस की कार्यशैली पर सवाल: सम्राट चौधरी ने कहा कि पहले हमारी सरकार बनने से पहले इतनी कम राशि आती थी कि विकास के काम पूरे नहीं होते थे, 13 वीं वित्त आयोग के रिपोर्ट के आधार पर बिहार जैसे गरीब राज्य को विकास के नाम पर मात्र साढ़े छह हजार करोड़ रुपए दिए गए लेकिन जब नरेंद्र मोदी जी की सरकार बनी तो 14 वें वित्त आयोग के गठन के बाद साढ़े छह हजार करोड़ सीधा बढकर 18 हजार करोड़ हो गए. 15 वीं वित्त आयोग में 25 हजार करोड़ की राशि पंचायत व नगर निकाय में विकास के लिए आवंटित की गई.
राज्य में बालू व भू माफियाओं का राज: उन्होंने नीतीश व लालू पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य में बालू व भूमि माफियाओं का राज कायम है. महागठबंधन की सरकार ठगबंधन की सरकार है, इनसे बिहार की जनता का भला नहीं होने वाला है. नरेंद्र मोदी की सरकार कमिटमेंट वाली सरकार है, जनता से किया वादा पूरा किया जाता है. वहीं मौके पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा और सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि पंचायती राज और नगर निकास व्यवस्था को मजबूत कर ही बिहार और देश का विकास किया जा सकता है.
"नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तो इन्होंने कमिटमेंट वाली सरकार स्थापित किया. मैं बार-बार कहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी का मतलब है कमिटमेंट, भाजपा अपनी बात से पीछे नहीं हटती है. और इसका प्रमाण है कि 1952 में हमारे नेता डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कमिटमेंट किया इस देश के साथ कि नहीं चलेगा दो विधान, नहीं चलेगा दो निशान और नहीं चलेगा दो प्रधान.. 75 वर्ष लगे लेकिन हम कमिटमेंट से नहीं बदले."- सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
कार्यक्रम में भाजपा के नेता मौजूद: कार्यक्रम के दौरान भाजपा के नेता व कार्यकर्ताओं में पार्टी के उपाध्यक्ष संजय खंडेलिया, निखिल आनंद, प्रदेश प्रवक्ता अनामिका सिंह पटेल, ओम प्रकाश भुवन, आनंद पाठक सहित अन्य शामिल हुए और अपने विचार व्यक्त किए.