पटना: जनसंख्या नियंत्रण (Population Control) को लेकर बिहार में बहस छिड़ी है. इस मुद्दे पर भाजपा (BJP) और जदयू (JDU) आमने-सामने हैं. बीजेपी के नेता जहां बिहार में भी उत्तर प्रदेश की तरह जनसंख्या नियंत्रण कानून (Population Control Law) लागू करने की मांग कर रहे हैं. वहीं, जदयू का कहना है कि बिहार में जनसंख्या नियंत्रण के लिए नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की नीति अच्छी है.
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इस संबंध में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ राम सागर सिंह ने कहा कि 1952 में फैमिली प्लानिंग लागू करनेवाला भारत विश्व का पहला देश था. जनसंख्या नियंत्रण के लिए देश में कई जागरूकता अभियान चलाए गए, लेकिन आज आबादी बढ़कर लगभग 140 करोड़ हो गई है. इसलिए देश को जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए कानून और जागरूकता दोनों की जरूरत महसूस हो रही है. पॉपुलेशन कंट्रोल से भारत विकास कर महाशक्ति बनेगा. बिहार में भी कानून बनाकर जनसंख्या नियंत्रण पर काम होना चाहिए.
"जीडीपी के मामले में भारत का स्थान दुनिया में पांचवें नंबर पर है, लेकिन अधिक जनसंख्या की वजह से प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत 144वें स्थान पर है. मानव विकास सूचकांक में हमारा देश 129वें स्थान पर है. जनसंख्या के बोझ से दबकर भारत माता कराह रही है. कानून और जागरूकता के मेल से ही जनसंख्या वृद्धि को रोका जा सकता है."- डॉ राम सागर सिंह, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा
बता दें कि बिहार में जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर एनडीए में एक राय नहीं है. बीजेपी के नेताओं के बयान से नीतीश कुमार की मुश्किलें बढ़ गईं हैं. विपक्ष से ज्यादा बीजेपी जनसंख्या नियंत्रण कानून पर नीतीश पर हमलावर है. बीजेपी के नेताओं का कहना है कि बिहार का प्रजनन दर पूरे देश में सबसे अधिक है. इसलिए इस कानून की जरूरत बिहार में ज्यादा है. वहीं, नीतीश कुमार का कहना है कि कानून से नहीं बल्कि महिलाओं को शिक्षित और सशक्त बनाने से जनसंख्या पर नियंत्रण हो सकता है.
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