पटना: नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल होने के बाद से बीजेपी आक्रमक है. पिछले साल बिहार में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रैली की और नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा वैशाली से हुंकार भरेंगे. वैशाली से नड्डा सभी लोकसभा सीटों को साधने की कोशिश करेंगे. इसके लिए विस्तारकों को भी टास्क दिया गया है. 2019 में जब नीतीश कुमार बीजेपी के साथ थे तो लोकसभा चुनाव में 40 में से 39 सीटों पर बिहार में जीत मिली थी, लेकिन अब परिस्थितियां बदल गई हैं. बदली तस्वीर में अब पार्टी हर महीने दो से तीन लोकसभा क्षेत्र में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करेगी. (BJP Mission 2024) (BJP Mission 2024 From Vaishali)
जेपी नड्डा का वैशाली दौरा: पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष का भी 2 दिनों तक कार्यक्रम चला और 2024 की तैयारी को लेकर लोकसभा स्तर संयोजक भी नियुक्त किए गए. अब वैशाली में 3 जनवरी को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यक्रम होने जा रहा है. बिहार में बीजेपी की 40 लोकसभा सीटों पर नजर है. बिहार के जिन सीटों पर पार्टी की नजर है, वह है, पूर्णिया, गया, झंझारपुर, नवादा, वैशाली, वाल्मिकीनगर, किशनगंज, कटिहार, सुपौल और मुंगेर. इन सीटों पर पार्टी खुद को कमजोर महसूस करती है और मजबूती के लिए विस्तारकों को काम भी सौंपा गया है.
बीजेपी का मिशन 40: मिशन 2024 और मिशन 40 के लिए लोकसभा स्तर पर संयोजक की भी नियुक्ति की गई है और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के कार्यक्रम का भी फैसला हुआ. उसी के तहत साल के शुरुआत में ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा वैशाली में जनसभा को संबोधित करेंगे. लोकसभा प्रवास के तहत जेपी नड्डा का पहला कार्यक्रम है और इसकी शुरुआत बिहार के वैशाली से हो रही है. जेपी नड्डा पार्टी नेताओं के साथ बैठक भी करेंगे.
इन मुद्दों पर नीतीश कुमार को घेरेगी बीजेपी: नड्डा के निशाने पर निश्चित रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे क्योंकि जिस प्रकार से उन्होंने पाला बदला है उसको लेकर हमला बोला जाएगा.कानून व्यवस्था के साथ जहरीली शराब से मौत जैसे मुद्दे पर बीजेपी लगातार हमलावर है. लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा नए साल से 2024 की लड़ाई का आगाज करेंगे और बिहार में लोकसभा का बूथ स्तर पर तैयारी का यह पहला कार्यक्रम होगा.
'2024 की तैयारी में जुटी बीजेपी': वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बिहार दौरे पर भी बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि जेपी नड्डा बिहार आ रहे हैं. वैशाली से अपना कार्यक्रम शुरू करेंगे और हर एक लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता लोकसभा चुनाव के तैयारी में लग जाएंगे. जिस तरह से पिछली बार एनडीए गठबंधन को बिहार में लोकसभा चुनाव में 39 सीट आया था. हम दावा करते हैं कि इस बार भारतीय जनता पार्टी को सभी सीटों पर विजय प्राप्त होगा. एक सीट जो विपक्ष के लोग लोकसभा में जीते थे. इस बार वह भी नहीं मिलेगा. बिहार में 40 में 40 सीट भारतीय जनता पार्टी जीतेगी. उसकी तैयारी हम लोग कर रहे हैं.
"जेपी नड्डा का कार्यक्रम है. जनसभा के अलावा पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. पार्टी की नजर 2024 में 40 सीटों पर है."- विनोद शर्मा, बीजेपी प्रवक्ता
"महागठबंधन के साथ दलों की ताकत से बीजेपी परेशान है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं. अमित शाह पहले बिहार आए और अब जेपी नड्डा आ रहे हैं. बिहार की जनता को महागठबंधन की सरकार पर भरोसा है क्योंकि सरकार नौकरी और रोजगार उपलब्ध करा रही है. बीजेपी कुछ भी कर ले कोई फायदा नहीं होगा."- एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता
वहीं राजनीतिक विशेषज्ञ अरुण पांडे का कहना है कि बीजेपी की महागठबंधन के 7 दलों के साथ लड़ाई है. बीजेपी अपनी तैयारी उसी ढंग से कर रही है. बीजेपी नीतीश कुमार के चेहरे पर विधानसभा और लोकसभा का चुनाव बिहार में लड़ती रही है. इस बार नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा.
"नरेंद्र मोदी के चेहरे पर बिहार में चुनाव लड़ा जाएगा इसलिए तैयारी भी उसी ढंग से बीजेपी कर रही है. वैशाली में जहां जेपी नड्डा का कार्यक्रम है वहां से वीणा देवी सांसद हैं. लेकिन उनका झुकाव महागठबंधन की तरफ है. ऐसे में बीजेपी वहां से चुनाव लड़ना चाहती है. अभी 17 लोकसभा सीट बीजेपी के पास है उसे बचाकर अपनी सीट संख्या बढ़ाने की भी चुनौती रहेगी."- अरुण पांडे, राजनीतिक विशेषज्ञ
अमित शाह ने सीमांचल में भरी थी हुंकार: इससे पहले अमित शाह ने पिछले साल सबसे पहले सीमांचल में रैली की. उसके बाद सिताबदियारा भी आए. दिसंबर में नालंदा में भी रैली होने वाली थी और उसकी भी तैयारी की गई थी लेकिन किसी कारणवश नहीं हो सका. लेकिन दिसंबर में ही पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष ने 2 दिनों तक पटना में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन किया. जेपी नड्डा ने भी विस्तारकों को संबोधित किया था.
लोकसभा सीटों को साधने की कोशिश: 2019 में जब नीतीश कुमार बीजेपी के साथ थे तो लोकसभा चुनाव में 40 में से 39 सीटों पर जीत मिली थी. महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस को केवल एक सीट किशनगंज पर जीत मिली थी. आरजेडी का खाता तक नहीं खुला था. अब नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ हैं और महागठबंधन में आरजेडी कांग्रेस हम के साथ वामपंथी दल भी है इसलिए बीजेपी की भी चुनौती बढ़ी है. बीजेपी हाल में गोपालगंज और कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में मिली जीत से उत्साहित है तो दूसरी तरफ महागठबंधन खेमा अपेक्षा अनुरूप परिणाम नहीं मिलने से परेशान है. ऐसे नीतीश कुमार भी 5 जनवरी से 2024 की तैयारी को लेकर ही लोगों का मन टटोलने निकल रहे हैं और आने वाले दिनों में महागठबंधन का भी कार्यक्रम होगा.