पटना: बिहार के दरभंगा में बीजेपी की दो दिवसीय कार्यसमिति बैठक में नेताओं ने ऐलान किया कि अब कभी भी जदयू से गठबंधन नहीं होगा, क्योंकि सीएम नीतीश कुमार ने भाजपा को धोखा दिया है. वहीं, बीजेपी के ऐलान के बाद जदयू की तरफ से नेताओं की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है. एक तरफ जहां जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने दिल्ली में कहा कि जदयू ने तो पहले ही भाजपा को रिजेक्ट कर दिया है. वह क्या हम से गठबंधन करेंगे. वहीं अब पटना में जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU MLC Neeraj Kumar) ने कहा कि बीजेपी की कार्यसमिति में नीतीश कुमार की ही चर्चा होती रही. आखिर बीजेपी में इतनी बेचैनी क्यों है.
ये भी पढ़ें- Darbhanga News: योगी के बयान पर बोले संजय जायसवाल- 'अयोध्या हिंदुओं का धार्मिक केंद्र, विवाद की गुंजाइश नहीं'
बीजेपी नेताओं पर तंज: मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि भाजपा में नीतीश कुमार के नाम पर ही बेचैनी रहती है. उस पार्टी के विश्वासघात के कारण हमारी संख्या विधानसभा में घट गई. इसके बावजूद भी सीएम नीतीश कुमार सीएम बने हुए हैं. बीजेपी के लिए राजनीति के केंद्र बिंदु में सिर्फ नीतीश कुमार ही है. बीजेपी राज्य कार्यकारिणी की बैठक करती है, उसमें भी नीतीश कुमार का ही जाप किया जाता है. उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक है, बीजेपी ने 2015 में मिले जनादेश का अपमान किया था. उन्होंने कहा कि सत्ता का सुख भोगने के लिए 2015 में जनादेश आपके खिलाफ था. उसके बाद 2017 में जनादेश का अपमान करके सत्ता में आ गए. जबकि आपकी विभाजनकारी नीति और विश्वासघात को जदयू पार्टी ने पहचाना.
बीजेपी की राजनीति में सीएम नीतीश: उन्होंने आरोप लगाया कि अगर बीजेपी सत्ता से अलग ही हो गई तब किस बात की बेचैनी है. एमएलसी नीरज ने कहा कि जब से नीतीश कुमार की पार्टी बीजेपी से अलग हुई है, उसी समय से आज तक बीजेपी नेताओं के लिए परोक्ष या अपरोक्ष रूप से राजनीति में नीतीश कुमार शामिल हैं. उन्होंने कहा कि अभी स्थिति यह है कि नीतीश कुमार के कारण बीजेपी के साथ कोई दूसरी पार्टी या नेता जाने को तैयार नहीं हैं.
गौरतलब हो कि बिहार में जदयू का बीजेपी के साथ दो दशक से भी अधिक लंबे समय से तालमेल रहा है. साल 2015 में जरूर आरजेडी के साथ महागठबंधन में जदयू शामिल हुई थी. उसके बाद फिर से 2017 में एनडीए में जदयू शामिल हो गई और इस बार 2021 में नीतीश कुमार फिर से बीजेपी से अलग हो गए. लेकिन फिलहाल आरजेडी के मंत्रियों और विधायकों के लगातार सीएम नीतीश के खिलाफ बयान के बाद चर्चा ने जोर पकड़ा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पाला बदल सकते हैं. इस स्थिति में बीजेपी के राज्य कार्यकारिणी की बैठक में जेडीयू के साथ गठबंधन नहीं बनाने के लिए जिस प्रकार से एलान हुआ है. जिसके बाद नीतीश मुक्त बिहार के नारों पर जेडीयू की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है.
ये भी पढ़ें: Bharat Jodo Yatra: बोले रविशंकर प्रसाद- 'मोदी ने 370 हटाई तो लाल चौक पर शांति से झंडा फहरा पाए राहुल'