नई दिल्ली/पटना: बिहार से बीजेपी के सांसद एवं वरिष्ठ नेता सुशील सिंह (BJP MP Sushil Singh Statement) ने कहा कि केंद्र सरकार ने नहीं बल्कि राज्यसभा के सभापति के द्वारा 12 राज्यसभा सांसदों को शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) के लिए निलंबित (Suspension Of 12 Rajya Sabha MPs) किया गया है. मैं भी एक सांसद हूं. किसी सांसद के निलंबन की बात सुनता हूं तो मुझे भी दुख होता है. लेकिन विपक्षी सांसदों ने गलत व्यवहार करके इस तरह का एक्शन लेने के लिए सभापति को मजबूर कर दिया.
यह भी पढ़ें- राज्य सभा में हंगामे से नायडू क्षुब्ध, कहा- 'आसन को डिक्टेट नहीं कर सकते', कार्यवाही स्थगित
सुशील सिंह ने कहा कि अगर यह 12 सांसद माफी मांगते हैं. अपनी गलती को स्वीकार करते हैं तो हो सकता है उनका निलंबन वापस हो जाए. यह लोग सभापति, उपसभापति पर कागज के पन्ने फाड़कर फेंक रहे थे. वेल में जाकर हंगामा कर रहे थे. टेबल पर चढ़ गए थे. इस तरह का हरकत हमने कभी भी नहीं देखा.
यह भी पढ़ें- जब सदन के बाहर भिड़ गए संजय सरावगी और भाई बीरेंद्र, जमकर हुई तू-तू, मैं-मैं
"मैं 4 बार से सांसद हूं. सदन में नियमों की धज्जियां विपक्षी सांसदों के द्वारा मॉनसून सत्र में उड़ाई गई थी. सारे नियम कानून तोड़ दिए गए थे. विपक्ष लगातार हंगामा करता है. संसद नहीं चलने देता है. हंगामा करना विपक्ष का धर्म बन गया है. निलंबन का जो निर्णय लिया गया है इससे एक संदेश जाएगा कि कोई भी गलत व्यवहार करेगा तो बचने वाला नहीं है. विपक्ष अगर पूरे सत्र का बहिष्कार करेगा तो हम लोग भी अपनी रणनीति बनाएंगे कि क्या करना है."- सुशील सिंह, बीजेपी सांसद
ये भी पढ़ें- चुनाव में विपक्ष का सबसे बड़ा 'हथियार' बेरोजगारी.. लेकिन सदन में दूसरे मुद्दे पड़ते हैं भारी
बीजेपी सांसद ने कहा कि शीतकालीन सत्र के पहले दिन कृषि कानून वापसी बिल राज्य सभा एवं लोकसभा में पारित हो गया. विपक्ष हंगामा (Uproar In Rajya Sabha) कर रहा था कि बिना चर्चा के इसको पारित किया गया. स्पीकर साहब ने कहा था कि विपक्ष शांत रहे तो इस पर चर्चा होगी, लेकिन विपक्ष हंगामा मचाता रहा. जिसके कारण कृषि कानून वापसी बिल पर चर्चा नहीं हो पाई.
ये भी पढ़े- कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा बोले- 'बिहार में महागठबंधन कभी था, अब नहीं'
बता दें राज्यसभा के कुल 12 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. इसमें कांग्रेस के छह, शिवसेना टीएमसी के दो-दो और वामदलों के एक-एक सांसद हैं. इन सभी को मॉनसून सत्र में बदसलूकी के मामले में निलंबित किया गया है. वहीं इस घटना के बाद से पूरा विपक्ष गुस्से में है.
विपक्षी दलों ने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू (RS Chairman Venkaiah Naidu) से इन सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग की थी. लेकिन अब तक कोई निर्णय उधर से नहीं लिया गया है. यह भी हो सकता है कि अगर निलंबन वापस नहीं लिया गया तो विपक्ष पूरे सत्र का बहिष्कार करेगा. मानसून सत्र में कृषि कानूनों पर विपक्षी सांसदों ने हंगामा मचाया था.
नोट: ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP