पटना : अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होना है. भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी लेकिन उस पर बिहार में भी सियासत थम नहीं रहा है. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हाल ही में जो बयान दिया उस पर पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने निशाना साधा है. पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि यदि हिम्मत है तो स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव सारे मंदिर-मस्जिद ध्वस्त कर उनकी जगह अस्पताल बनवाने की घोषणा करें.
'तेजस्वी का बयान आहत करने वाला' : सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव के उस बयान को फूहड़ और हिंदुओं की आस्था को जानबूझ कर आहत करने वाला बताया है, जिसमें कहा गया था कि चोट लगने पर कोई मंदिर नहीं, अस्पताल जाता है. उन्होंने कहा कि ''यदि लोगों को चिकित्सा के लिए अस्पताल चाहिये, तो मानसिक शांति के लिए मंदिर भी चाहिए. दवा और दुआ, दोनों की जरूरत पड़ती है. तेजस्वी यादव बताएं कि वे डेढ़ साल में एक भी नया अस्पताल क्यों नहीं बनवा सके?''
''तेजस्वी यादव के पिता और राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलाये जाने का समर्थन किया था. रेल मंत्री बनने पर उन्होंने गोधरा स्टेशन के पास 56 कारसेवकों को जिंदा जलाने की घटना के दोषियों को बचाने के लिए नया जांच आयोग गठित करने का पाप किया था. ऐसे संस्कार में पले राजद के लोग कभी मानस की निंदा करते हैं, तो कभी सरस्वती का अपमान करने का दुस्साहस करते हैं.'' - सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद, बीजेपी
'भक्तों के पैसे से बन रहा राम मंदिर' : उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर एक सक्षम, धार्मिक न्यास जब राम-भक्तों के दान-सहयोग से मंदिर का नवनिर्माण करा रहा हैं, तब राजद और इंडी गठबंधन के दलों की छाती क्यों फट रही है? अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण न तो भाजपा करा रही है, न इसमें करदाताओं का पैसा लग रहा है, फिर भी सनातन धर्म विरोधी पार्टियां एक समुदाय-विशेष का थोक वोट पाने के लिए रोज जहर उगल रही हैं.
बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि ''हमें राम भी चाहिए, रोटी भी चाहिए. इसलिए अयोध्या धाम को ऐसे विकसित किया जा रहा कि भव्य राम मंदिर के साथ सांस्कृतिक पुनर्जारण भी हो और पर्यटन उद्योग में हजारों लोगों को रोजी-रोजगार भी मिले.''
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