पटनाः कश्मीर में बिहारी नागरिकों की सिलसिलेवार हत्या (Biharis killed in Kashmir) किए जाने के बाद बिहार में आक्रोश है. जहां एक तरफ विपक्षी नेता इसे लेकर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू (Gyanendra Singh Gyanu) ने इसपर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कश्मीर में रहने वाले बाहर के लोगों के लिए सरकार से एके-47 हथियार देने की मांग कर दी है.
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बीजेपी विधायक ने कहा कि कश्मीर में निहत्थे और गरीब लोगों की हत्या की जा रही है. यह काफी दर्दनाक घटना है. कायरतापूर्ण तरीके से गरीबों को मारा जाता है. पाकिस्तानी आतंकियों के साथ मिलकर इस तरह की घटना को अंजाम दिया जा रहा है. सरकार को चाहिए कि वहां के लोगों को कड़ी सुरक्षा प्रदान करे जिससे लोग शांतिपूर्वक जी सकें और कमाई कर सकें.
"संविधान में संशोधन करके आर्म्स एक्ट के तहत कश्मीर में रहने वाले बाहर के लोगों को एके-47 हथियार का लाइसेंस मुहैया करवाना चाहिए. उन्हें निशुल्क हथियार दिया जाना चाहिए जिससे कि वे मजबूती के साथ आतंकवादियों से लड़ सकें."- ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू, बीजेपी विधायक
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बता दें कि कश्मीर की घटना के बाद बिहार में काफी आक्रोश देखा जा रहा है. नेता भी लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. कुछ विपक्षी पार्टियां इसके लिए राज्य सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रही हैं. सोमवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को अपील भरे लहजे में चुनौती दे दी थी.
जीतनराम मांझी ने कहा था कि अगर कश्मीर में हालात नहीं सुधर रहे हैं तो इसे बिहारियों के जिम्मे सौंप दिया जाए. ट्वीट कर उन्होंने कहा था "कश्मीर में लगातार हमारे निहत्थे बिहारी भाईयों की हत्या की जा रही है जिससे मन व्यथित है. अगर हालात में बदलाव नहीं हो पा रहे है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह से आग्रह है कि कश्मीर को सुधारने की जिम्मेवारी हम बिहारियों पर छोड़ दीजिए. 15 दिन में सुधार नहीं दिया तो कहिएगा."
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बता दें कि कश्मीर में गैर कश्मीरी नागरिकों की टारगेट किलिंग की जा रही है. आतंकी हमले में अब तक चार बिहार के लोगों की हत्या की जा चुकी है. यह सिलसिला इसी महीने 5 अक्टूबर हो शुरू हुआ था. इस दिन आतंकियों ने भागलपुर के जगदीशपुर निवासी वीरेन्द्र पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी थी. वहीं इसके बाद बांका के अरविंद कुमार साह को भी मौत के घाट उतार दिया गया. ये दोनों वहां गोलगप्पा बेचने का काम करते थे.
फिर 17 अक्टूबर को आतंकियों ने एक घर में घुसकर तीन लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थी, जिसमें अररिया के रहने वाले राजा ऋषिदेव और योगेन्द्र ऋषिदेव की जान चली गई थी. वहीं, चुनचुन ऋषिदेव गोली लगने से घायल हो गए. इन वारदातों के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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