पटना: बिहार भाजपा में बड़ा उलटफेर हुआ है. सुशील मोदी, नंदकिशोर यादव और प्रेम कुमार को कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया. जिसके बाद नेताओं की नाराजगी को देखते हुए पहले तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अब गृह मंत्री अमित शाह खुद पटना पहुंचे हैं. अमित शाह ने अभी-अभी बैठक खत्म की है. जिसमें पार्टी के नेताओं के साथ ही एनडीए के घटक दलों के नेता भी मौजूद थे.
3 घंटे तक हुई मैराथन बैठक
बिहार भाजपा के तीन कद्दावर नेता साइड कर दिए गए. पिछले 15 साल में पहली बार ऐसा हुआ, जब कैबिनेट में सुशील मोदी, नंदकिशोर यादव और प्रेम कुमार को जगह नहीं दी गई है. कैबिनेट में 7 चेहरों को शामिल किया गया है. सिर्फ मंगल पांडे पुराने चेहरे के तौर पर कैबिनेट में शामिल हुए हैं. शपथ ग्रहण के तुरंत बाद अमित शाह और जेपी नड्डा पूरे कुनबे के साथ होटल मौर्या पहुंचे और वहां 3 घंटे तक मैराथन बैठक की.
बैठक के बाद सीनियर नेता लौटे दिल्ली
भाजपा दूसरी पीढ़ी के नेताओं को आगे करने का मन बना चुकी है और बिहार का कमान उन्हीं के हाथ में होगा. सुशील मोदी, नंदकिशोर यादव और प्रेम कुमार को साइडलाइन किए जाने के बाद डैमेज कंट्रोल का जिम्मा खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संभाला है. जेपी नड्डा भी अमित शाह के साथ पटना पहुंचे और दिनभर बैठकों का दौर चला. देर रात तक होटल मौर्य में देवेंद्र फडणवीस, भूपेंद्र यादव, जेपी नड्डा, नित्यानंद राय और संजय जयसवाल के साथ मंथन करते रहे. 3 घंटे की मैराथन बैठक के बाद तमाम सीनियर नेता दिल्ली लौट गए. खास बात यह रही कि सुशील मोदी, नंदकिशोर यादव और प्रेम कुमार को बैठक से दूर रखा गया. तारकिशोर प्रसाद बैठक में शामिल हुए.
बैठक की प्रमुख बातेंः
- बिहार में नई सरकार को लेकर अमित शाह ने की समीक्षा बैठक
- बिहार प्रभारी देवेन्द्र फडणवीस, भूपेन्द्र यादव भी रहे मौजूद
- VIP अध्यक्ष मुकेश सहनी भी बैठक में हुए शामिल