पटना: बिहार की राजनीति (Bihar Political Crisis ) करवट ले चुकी है. नीतीश ने एनडीए को छोड़कर महागठबंधन को चुन लिया है. नीतीश के इसतर पलटी मारने से बिहार बीजेपी भी सतर्क थी. हालाकि उसके बावजूद सत्ता पलट हो गया. बीजेपी इसी घटनाक्रम को लेकर कोर ग्रुप की बैठक (BJP Core Committee Meeting In Patna) हो रही है. इससे पहले डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के आवास ( Meeting At Deputy CM Tarkishore Prasad Awas) पर चल रही बीजेपी की अहम बैठक हुई. बता दें कि नीतीश कुमार ने राज्यपाल को 164 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं.
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नीतीश ने जनता को धोखा दिया- रविशंकर : बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा नीतीश कुमार ने जनादेश के साथ विश्वासघात किया है. नीतीश ने हमेशा जनता के साथ धोखा किया है. वह सत्ता का सुख भी लेंगे और आरोप भी लगाएंगे. उन्होंने सवाल किया कि आखिर नीतीश बार-बार क्यों धोखा देते हैं. अगर बीजेपी ने अपमान किया तो इतने दिन तक सरकार में साथ क्यों रहे. सत्ता सुख लेंगे और आरोप भी लगाएंगे। पीएम मोदी के प्रचार से एनडीए की जीत हुई थी.
डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के आवास पर बैठक: इससे पहलेतारकिशोर प्रसाद के आवास पर लगभग सभी मंत्री पहुंच थे. रेणु देवी, मंगल पांडेय, अमरेंद्र सिंह, नितिन नवीन, सम्राट चौधरी, नंद किशोर यादव सहित बीजेपी के सभी बड़े नेता बैठक में शामिल हुए. इस बैठक में संगठन महामंत्री भीखुभाई दलसानिया भी मौजूद रहे. सूत्रों के अनुसार शाम पांच बजे की बैठक के बाद बीजेपी कोटे के मंत्री राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा (16 BJP Ministers May Resign) सौंप सकते हैं.
अभी तो मैं मंत्री हूं- शाहनवाज हुसैन : बिहार में सरकार बदलने की खबरों के बीच उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अभी तो मैं मंत्री हूं. मैं पटना जा रहा हूं. उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज है. बदलते राजनीतिक घटनाक्रम पर शाहनवाज ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है.
नीतीश के फैसले पर बीजेपी की नजर: सूत्रों की माने तो बीजेपी के सभी मंत्री राज्यपाल के पास जाकर इस्तीफा सौंप सकते हैं. बीजेपी कोटे के सभी मंत्री एक साथ डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद के घर से राज्यपाल के पास जा सकते हैं. फिलहाल सभी की नजर सीएम नीतीश कुमार के फैसले पर है.
'वेट एंड वॉच' की स्थिति में बीजेपी: बीजेपी के एक दिग्गज नेता ने बताया कि पार्टी आलाकमान का स्टैंड गठबंधन बिल्कुल साफ है कि बिहार में एनडीए के नेता नीतीश कुमार है और वही राज्य में मुखिया है और बीजेपी अपनी तरफ से ऐसा कुछ नहीं करने जा रही है, जिससे उसपर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगे. दरसअल, नीतीश कुमार को लेकर शुरू से ही बीजेपी का सार्वजनिक स्टैंड बिल्कुल साफ रहा है. यही वजह है कि जेडीयू से ज्यादा सीटें जीतने के बावजूद बीजेपी ने नीतीश कुमार को ही अपने गठबंधन का नेता बनाया.
दरअसल, बिहार की सामाजिक-राजनीतिक स्थिति अभी भी बीजेपी के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है, इसलिए पार्टी अपनी तरफ से इस तरह का कोई संदेश देने से बचना चाहती है कि वो बिहार में एनडीए को तोड़ने के लिए जिम्मेदार है. यही वजह है कि अन्य राज्यों में आक्रामक अंदाज में राजनीतिक पहल कर अपनी सरकार बनाने में माहिर बीजेपी बिहार में हर कीमत पर गठबंधन बनाए और बचाए रखने के इच्छुक हैं.
इसके साथ ही बीजेपी की यह रणनीति भी है कि अगर गठबंधन तोड़ने की पहल हो तो वो उनकी पार्टी की तरफ से नहीं बल्कि नीतीश कुमार की तरफ से हो ताकि वो जनता के बीच जाकर अपनी बात कह सके. इसलिए जहां बिहार के सियासी घटनाक्रम को लेकर तमाम अन्य राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं वहीं बीजेपी अभी भी 'वेट एंड वॉच' की मुद्रा में नीतीश कुमार के अगले कदम का इंतजार कर रही है.