पटना : बिहार में महागठबंधन की सरकार है, लेकिन सरकार में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. राजद नेता यह कह रहे हैं कि नीतीश कुमार जी लालू प्रसाद यादव की कृपा से मुख्यमंत्री बने हुए हैं. ऐसे में भाजपा ने दोनों दलों के बीच खींचतान को लेकर चुटकी ली है. महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर सहमति नहीं बनी है. राष्ट्रीय जनता दल और जेडीयू की ओर से अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं. बढ़त बनाने के लिए प्रेशर पॉलिटिक्स का दौर भी जारी है.
बीजेपी की नीतीश और तेजस्वी पर 'भविष्यवाणी' : राजद के आरोपों पर जदयू की ओर से गोल-मोल जवाब दिया गया है. जदयू कोटे के मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार है और सरकार में दोनों दलों की भूमिका है. भारतीय जनता पार्टी ने दोनों दलों के बीच खींचतान को लेकर सवाल खड़े किए हैं. भाजपा विधान मंडल दल के नेता विजय सिन्हा ने भविष्यवाणी कर दी है. उन्होंने कहा कि न तो नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनेंगे और न ही तेजस्वी यादव सीएम बन पाएंगे.
''राष्ट्रीय जनता दल के लोग खुद कृपा के पात्र हैं. नीतीश कुमार जी को बरगला करके लालू प्रसाद यादव महागठबंधन में ले गए हैं. लालू प्रसाद यादव ने यह सोचा था कि नीतीश कुमार से त्यागपत्र दिलवा कर बेटे को मुख्यमंत्री बना लेंगे. ना तो उनके बेटे मुख्यमंत्री बनेंगे, ना ही नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनेंगे. नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने बिहार को कलंकित करने का काम किया है. 2024 में बिहार की जनता निर्णायक मत देगी और भाजपा की सरकार बनेगी.''- विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा
सीट शेयरिंग पर महागठबंधन में महाभारत : बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन में मामला इतना उलझ गया है कि मंगलवार को अशोक चौधरी ने यहां तक कह दिया था कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग चुनौतीपूर्ण है. जबकि तेजस्वी यादव ने गोल-गोल बयान देकर मीडिया को ही घुमाने का प्रयास किया. हालांकि दोनों ही बयानों में असमंजस की स्थिति साफ तौर पर देखी जा सकती थी. विजय सिन्हा का ये बयान कितना सटीक होगा इसकी सच्चाई समय के गर्भ में छिपी हुई है.
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