पटना: बिहार के भोजपुर जिले के संदेश विधानसभा से विधायक किरण देवी और उनके पति पूर्व विधायक अरुण सिंह के कई ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी (CBI raids RJD MLA Kiran Devi House) चल रही है. बताया जा रहा है की अरुण यादव पर बालू माफिया होने का प्रमाण सीबीआई के पास है. इस रेड को आरजेडी बीजेपी की ओर से बदले की भावना की कार्रवाई बता रही है. इस पर पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी (BJP leader Sushil Kumar Modi) ने कहा की लालू यादव का नारा ही था, 'तुम मुझे जमीन दो, मैं तुम्हें नौकरी दूंगा.
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सुशील मोदी का लालू परिवार पर हमला: राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आज उसी का परिणाम है कि लालू यादव बिहार के सबसे बड़े जमींदार हैं और केवल लालू ही नहीं उनके बेटे तेजस्वी यादव 52 से ज्यादा संपत्ति के मालिक बन बैठे हैं. जिस पार्टी का मालिक इतना अमीर और जमींदार हो उस पार्टी के विधायक तो माफिया और घोटालेबाज होंगे ही. अरुण यादव रेप के मामले में जेल में बंद हैं और यह लोग बालू माफिया हैं. बालू माफिया जमीन से जुड़े नौकरी के अनेक मामले में छापेमारी हो रही है.
"सीबीआई के पास बहुत पुख्ता प्रमाण है कि जिन लोगों को नौकरी दी गई है. उन लोगों से कुछ दिनों के बाद जमीन लिखवा ली गई है. जिसके मालिक लालू यादव का परिवार है. इन्ही सब को लेकर सीबीआई की रेड चल रही है."- सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद
सीबीआई सबूतों के आधार पर कर रही छापेमारी: महागठबंधन के नेताओं द्वारा लगातार ये आरोप लगाया जाता है कि बीजेपी बदले की भावना से विपक्षियों पर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करती है. इस पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बीजेपी के नेता पर पहले आरोप सिद्ध कीजिए. बिना मतलब के छापेमारी तो नहीं हो सकती है. सुशील मोदी ने पूछा कि सभी जानते हैं कि बालू माफिया कौन लोग हैं. जमीन के बदले नौकरी कौन देते हैं. जो इस तरह काम करते हैं तो छापेमारी भी उन्हीं के घर पर होगा.
"पहले आरोप लगाएं. उसे सिद्ध करें. उसके बाद बीजेपी के नेताओं के घरवालों पर छापेमारी की जाएगी. रेल मंत्री रहते हुए लालू जी ने जो घोटाले बाजी की है. उसका उजागर किसने किया, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने. ललन सिंह ने ही 2007 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ज्ञापन दिया था. जिसमें शरद यादव भी साथ में थे. ज्ञापन में लिखा था कि लालू यादव नौकरी के बदले जमीन लिखवा रहे हैं."- सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद
लालू को जिसने फंसाया आज उन्ही के साथ मिले हैं: बीजेपी नेता ने कहा कि जिस ललन सिंह ने इस मामले को उजागर किया. उन्होंने भले ही हाथ मिला लिया होगा लालू यादव से. उन्होंने कहा कि यही शिवानंद तिवारी हैं, जिन लोगों की वजह से लालू यादव की यह दुर्दशा हुई. इतना पुख्ता परिणाम सीबीआई के पास है और उसी के आधार पर सीबीआई जांच कर रही है.
क्या है पूरा मामला: यूपीए की सरकार में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे. उनपर आरोप है कि रेल मंत्री रहने के दौरान उन्होंने कई लोगों को रेलवे में नौकरी दिलवाई. उसके बदले में उन लोगों से सस्ती कीमत पर और फ्लैट लिए गए. बाद में उसे लालू परिवार के सदस्यों के नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया. इसी मामले में सीबीआई जांच कर रही है. मंगलवार की सुबह इसी मामले में सीबीआई ने आरजेडी विधायक के आवास समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की है. सीबीआई की कार्रवाई फिलहाल जारी है.