नई दिल्ली/पटना: भाजपा (BJP) के नेताओं की ओर से देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून ( Population Control Law ) लागू करने की मांग तेज होने लगी है. बीजेपी नेता ( BJP Leader ) आरके सिन्हा ( RK sinha ) ने जनसंख्या नीति को लेकर कहा है कि 'हम दो-हमारे दो' के नारे को पीछे छोड़कर, सभी चीन की तरह एक ही बच्चा पैदा करें और यह अगले 50 वर्ष तक देश में होना चाहिए.
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जनसंख्या नियंत्रण जरूरी
बीजेपी नेता आरके सिन्हा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार तो एक विधेयक भी लाने जा रही है. बाकी राज्य सरकारों को भी ऐसा ही सोचना चाहिए. मैं तो समझता हूं कि संसद में केन्द्रीय विधेयक आना चाहिए. बीजेपी नेता आरके सिन्हा ने कहा कि एक जमाना था कि जब हम जितने मर्जी बच्चे पैदा करते थे. धरती पर साधन भी उपलब्ध थे. खाने पीने की दिक्कत नहीं थी, हवा की दिक्कत नहीं थी, पानी की दिक्कत नहीं थी. लेकिन अब समय के साथ परिवर्तन लाना जरूरी है.
"मैं चार भाई और चार बहन हूं. लेकिन हमारे समय में 'हम दो-हमारे दो' का नारा आया. कई लोगों ने इस नारे की कदर की, चिंता भी की. जैसे कि मेरा भी एक ही बेटा और एक ही बेटी है." - आरके सिन्हा, बीजेपी नेता
"जनसंख्या को लेकर बहुतों ने चिंता तक नहीं की और वो क्रिकेट टीम पैदा करने लग गये. यह सब बंद होना चाहिए और सख्ती से बंद होना चाहिए. अब जमाना बदल गया है. अब 'हम दो-हमारे दो' के नारे को पीछे छोड़कर, सभी को चीन की तरह दो पति-पत्नी मिलकर एक ही बच्चा पैदा करें और अगले 50 वर्ष तक देश में ही होना चाहिए. बेटा-बेटी एक समान. अगले पचास वर्षों तक तो कम से कम यही होना चाहिए जब तक कि जनसंख्या घटने न लगे." - आरके सिन्हा, बीजेपी नेता
बता दें बढ़ती जनसंख्या पर काबू पाने के लिये जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग देश में जोर शोर से उठने लगी है. उत्तर प्रदेश सरकार तो इस पर कानून लाने जा रही है. राज्य विधि आयोग ने जनसंख्या नियंत्रण के कानून का मसौदा बनाना शुरू कर दिया है. यूपी में कानून लागू होने के बाद दो से अधिक बच्चों के माता-पिता को सरकारी सुविधाओं और सब्सिडी से वंचित होना पड़ सकता है.
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बिहार में हुई अधिक जनसंख्या वृद्धि
बिहार में जनसंख्या वृद्धि दर कई राज्यों से अधिक है. 1991 से 2001 के बीच जनसंख्या वृद्धि दर 28.6 फीसदी था. अब यह घटकर 25.4 फीसदी हुआ है. राष्ट्रीय औसत 17.7 फीसदी है. यानी बिहार की जनसंख्या वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से करीब 7 फीसदी अधिक है.
भारत का जनसंख्या घनत्व औसतन 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है. बिहार का जनसंख्या घनत्व राष्ट्रीय औसत से 3 गुना अधिक है. यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 1106 लोग रहते हैं. 2011 में बिहार की जनसंख्या 9 करोड़ के आसपास थी. अब यह बढ़कर 12 करोड़ से अधिक हो गई है.