पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 100वें मन की बात पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि मोदी जी मन की बात तो करते हैं लेकिन रोजगार,महंगाई सरकारी संपतियों के निजीकरण और 81 हजार करोड़ का कॉरपोरेट घोटाला पर अपनी बात कब प्रकट करेंगे? इसपर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व बीजेपी नेता अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बीजेपी, ललन सिंह जैसे अस्तित्व वाले लोगों के किसी भी तरह की बात को लेकर जवाब नहीं देती है. साथ ही उन्होंने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा.
बोले बीजेपी नेता- सब चोर हैं और तेजस्वी ही हरिश्चंद्र हैं: तेजस्वी यादव ने कहा था कि सारे गुजराती चोर होते हैं इसपर आज सुनवाई होनी है, इसपर पूर्व मंत्री ने कहा कि ये कितना सही है दूसरो को चोर बताना और खुद को हरिश्चंद्र बताना. ऐसे लोगों की चर्चा तक भी नहीं होनी चाहिए. तेजस्वी यादव को सजा कोर्ट देगा,अदालत किसको किस गलती और आरोप पर सजा देगी ये कोर्ट का काम है. तेजस्वी यादव ने कहा था कि मेरे पिता ने रथ रोका था और हम लोग 2024 में बीजेपी को रोकेंगे तो मंत्री ने कहा कि रथ रोककर क्या बीजेपी को रोक दिया. आज बीजेपी देश की सबसे बड़ी पार्टी है. पिछले 9 वर्षो में बीजेपी कहां से कहां पहुंच गई सभी देख रहे हैं. आज देश में पूर्ण बहुमत में बीजेपी की सरकार है.
'आंख वालों को पीएम मोदी का काम दिखाई नहीं दे रहा'- BJP: बीजेपी नेता अमरेंद्र प्रताप ने कहा कि विपक्ष को प्रधानमंत्री के 9 वर्षो के कार्य से जो देश में बदलाव आया है वो दिखाई नहीं देता है. सरकार से ऐसे सवाल करने वाले लोग अंधे हैं. 10 वर्ष मनमोहन सिंह ने सरकार चलायी, उसमे देश की क्या हालत थी ये आप देखते ही थे. आज केंद्र में मोदी की सरकार है. चीन जैसे देश भी आंख उठाने से पहले 10 बार सोचते हैं. यूक्रेन और सूडान से भारतीयों को रेस्क्यू कराया गया और इसमें दोनो देशों ने सहयोग किया. आज विश्व के शक्तिशाली देश भी भारत से मदद मांगता है. भारत को जो सम्मान मिला है वो पहले मिला था क्या किसी के सरकार में?
"पीएम मोदी ने कोरोना में देशवासियों को एकजुट करके रखा. भारत ने पहला अपना वैक्सीन बनाया और जब वैक्सीन बन गया तो विपक्ष बोलने लगा कि 6 महीने में कैसे सारे देश को वैक्सीन देंगे. इसको लेकर सभी लोग हंस रहे थे,लेकिन मोदी के प्रयास ने कर दिखाया. महज 8 माह में सभी को वैक्सीनेट कर लिया गया."- अमरेंद्र प्रताप सिंह, बीजेपी नेता