पटना: बिहार मंत्रिमंडल विस्तार में अभी और देर हो सकती है. मंत्रिमंडल विस्तार पर भाजपा और जदयू के बीच बात नहीं बन पाई है. मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में पार्टी आलाकमान से बात करने दिल्ली गए बिहार भाजपा के नेता पटना लौट गए हैं. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा जदयू की शर्तों के आगे झुकने को तैयार नहीं है. इसके चलते न मंत्रियों के नाम पर फैसला हो पाया है और न यह तय हो पाया है कि किस पार्टी से कितने नए मंत्री शपथ लेंगे.
झुकने को तैयार नहीं भाजपा
मंत्रिमंडल विस्तार पर चल रही रस्साकशी के चलते जदयू और भाजपा के बीच विवाद गहराता जा रहा है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार और एमएलसी मनोनयन पर दोनों दलों के बीच सहमति नहीं बन पाई है. जदयू के दबाव के आगे भाजपा झुकने को तैयार नहीं है. ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार फिलहाल होने की संभावना नहीं है.
अपने-अपने स्टैंड पर अड़े हैं दोनों पार्टियां
भाजपा और जदयू अपने-अपने स्टैंड पर अड़े हुए हैं. भाजपा के तमाम कद्दावर नेता मंथन के लिए दिल्ली पहुंचे थे. दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ नेताओं की मुलाकात भी हुई, लेकिन कोई फैसला न हो सका. जदयू की तरफ से जो शर्त रखे गए थे उस पर भाजपा नेताओं ने आपत्ति जताई.
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भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और संगठन प्रभारी नागेंद्र नाथ दिल्ली से पटना लौट चुके हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार जदयू की तरफ से जो शर्तें रखी गईं हैं उसे भाजपा मानने को तैयार नहीं है. एमएलसी मनोनयन को लेकर भी दोनों पार्टियों में सहमति नहीं बन पाई है. माना जा रहा है कि संख्या बल को लेकर मामला फंसा हुआ है. एमएलसी मनोनयन और मंत्रिमंडल विस्तार मैं और वक्त लगेगा. भाजपा किसी भी सूरत में जदयू के आगे झुकने को तैयार नहीं दिखती.