पटना: बिहार में आरएसएस समेत अन्य संगठनों को लेकर बिहार के गृह विभाग का पत्र लीक होने के बाद बीजेपी और जदयू के बीच विवाद शुरू हो गया है. जहां बीजेपी नेताओं ने आक्रामक रुख अपनाया है, वहीं, JDU नेताओं ने इस पर चुप्पी साध ली है.
गृह विभाग का पत्र लीक होने के बाद से बिहार में सियासी बवंडर मचा है. बीजेपी और जदयू के बीच खींचतान शुरू हो गई है. इस मामले को बीजेपी नेताओं ने सदन में उठाकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं. चिट्ठी को लेकर बीजेपी नेता संजय मयूख ने सदन में सरकार से सफाई देने की मांग की. इसके बाद जदयू नेता कुछ भी बोलने से बचते नजर आए.
बीजेपी ने मांगा जबाव
बीजेपी विधान पार्षद संजय मयूख ने सभापति के सामने सरकार से इस संबंध में जवाब मांगा. पत्र के बारे में भी जानकारी मांगी गई है. अपने ही सरकार से सवाल करते हुए कहा कि सरकार आरएसएस और अन्य संगठनों के बारे में पहले से जानकारी नहीं रखती.
मंत्री नीरज कुमार ने झाड़ा पल्ला
इधर, इस मामले पर सत्तापक्ष के नेताओं ने चुप्पी साध ली है. सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने संबंधित मंत्री द्वारा जवाब देने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया.
सुरक्षा से बढ़कर कोई संगठन नहीं : बलियावी
जेडीयू विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने इसे सरकार का हक बताया. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि देश की गोपनीयता और सुरक्षा से बढ़कर कोई संगठन नहीं हो सकता. सरकार को कोई रिपोर्ट प्राप्त हुई होगी. ऐसे में इस तरह का कदम उठाया गया है. राज्य की सरकार सुरक्षा खतरे को लेकर किसी भी संस्था या संगठन के बारे में जानकारी मांग सकती है.