पटनाः नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार की राजनीति में सक्रियता बढ़ा दी है. गोपालगंज ट्रिपल मर्डर कांड के बाद तेजस्वी यादव पटना जिले के नौबतपुर में दलित परिवार की सुध लेने पहुंचे थे. उनकी इस यात्रा को बीजेपी ने नाटक करार दिया है.
हिमायती होने का दिखावा
बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि तेजस्वी यादव अपनी राजनीति चमका रहे हैं. दो महीनों तक वो गायब थे और अब लॉकडाउन जब खत्म होने वाला है तब राजनीति में सक्रिय हुए हैं. उन्होंने कहा कि शुरू से वो जीतनराम मांझी सरीखे नेताओं की उपेक्षा करते रहे हैं और अब दलितों के हिमायती होने का दिखावा कर रहे हैं.
'पार्टी की तरफ से धन्यवाद'
वहीं, हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि तेजस्वी यादव को दलितों की याद आई और वो दलित परिवार का हालचाल जानने पहुंचे. इसके लिए मैं पार्टी की तरफ से उन्हें धन्यवाद करता हूं.
जातिगत राजनीति के आरोप
बता दें कि गोपालगंज ट्रिपल मर्डर केस के बाद तेजस्वी यादव आक्रमक थे. महागठबंधन के घटक दलों की ओर से ही सवाल उठाए जा रहे थे. तेजस्वी पर जातिगत राजनीति के आरोप लग रहे थे. जीतनराम मांझी ने कहा था कि जब दलितों की हत्या होती है, तब तेजस्वी सक्रिय नहीं होते हैं.