पटनाः तमिलनाडु में बिहारी पर हमला (Attack on Bihari in Tamil Nadu) की खबर झूठी साबित हो रही है. इसके बारे में बिहार लौट रहे मजदूरों ने सच्चाई बताई. कहा कि हमलोग डरे हुए हैं, इसलिए वहां सबकुछ छोड़कर घर आ गए हैं. बिहार लौटने वाले मजदूरों में डर दिख रहा है. तमिलनाडु से आने वाली ट्रेनों में भेड़ बकरियों की तरह लदकर बिहारी मजदूर प्रदेश लौट रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि वह लोग वहां पर काफी कम दैनिक मजदूरी में काम करते हैं. लेकिन जिस तरीके से माहौल बनाया जा रहा है वह गलत है.
अफवाह के कारण डरे हुए हैंः बिहार के दरभंगा के रहने वाले मजदूरों ने बताया कि उनके साथ मारपीट नहीं हुई है न ही उन्होंने अपने आंखों से देखा है, लेकिन अफवाह के कारण वे लोग डर गए हैं. जिस तरह से अफवाह फैलायी जा रहा, इससे खतरा बढ़ गया है. अपना सारा सामान तमिलनाडु में ही छोड़कर किसी प्रकार ट्रेन में चढ़कर प्रदेश लौट रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि बिहार में काम नहीं मिलता है लेकिन वह परिवार के साथ प्रदेश में भूखे ही रहेंगे, लेकिन जान जोखिम में डालने दोबारा तमिलनाडु नहीं जाएंगे.
बिहार में ही मिले रोजगारः मजदूरों ने कहा कि राजनेता सत्ता का खेल खेलने में व्यस्त है, लेकिन रोजगार देने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं. इससे मजदूर निराश हैं. उनकी आवाज उठाने वाला कोई नहीं है. हक की बातों को रखने वाला कोई नहीं है. उनके लिए रोजगार के अवसर पैदा करने वाला बिहार में कोई नहीं है. जिस तरह से तमिलनाडु में माहौल बनाया जा रहा है, उससे घर पर परिवार के लोग डर गए हैं. इसलिए सब कुछ छोड़ कर घर आ गए हैं.
"मेरे साथ कोई मारपीट नहीं हुई है न ही हमलोगों ने किसी को मारते हुए देखा है. अफवाह और सुनी सुनाई बातों पर हमलोग डर गए हैं. परिजनों का कहना है कि घर वापस आ जाओ, इसलिए हमलोग वापस आ गए हैं. सरकार को राज्य में ही रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए." -तमिनलाडु से आने वाले मजदूर