पटना: बिहार की महिला रग्बी टीम ने गोवा में चल रहे 37वें नेशनल गेम्स मेंने रजत पदक हासिल किया है. सेमीफाइनल में महाराष्ट्र की टीम को हराकर बिहार ने फाइनल में जगह बनाई था, जहां फाइनल में ओडिशा की टीम के साथ हुए घमासन मुकाबले में बिहार को हार का सामना करना पड़ा है. बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण ने फाइनल मैच के बाद इस बात की जानकारी सभी के साथ साझा की है.
महिला खिलाड़ियों ने दी जोरदार टक्कर: मैदान में उतरी बिहार की महिला खिलाड़ियों ने ओडिशा की टीम को जोरदार टक्कर दी. बिहार की ओर से श्वेता साही, स्वीटी, अर्चना, गुड़िया, सपना व धर्मशीला ने शानदार प्रदर्शन किया है. बता दें कि गुजरात में संपन्न हुए 36वें नेशनल गेम्स में बिहार के लिए पदक जीतने वालों में महिला रग्बी टीम शामिल थी. बिहार की टीम ने कांस्य पदक अपने नाम किया था.
महाराष्ट्र को हरा कर फाइनल में बनाई जगह: नेशनल गेम्स में बिहार के खिलाड़ियों की भागीदारी और उनके बेहतर प्रदर्शन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए बिहार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र कुमार राय, अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण और निदेशक सह सचिव पंकज राज और अन्य ने बधाई दी है. वहीं बिहार की महिला रग्बी टीम ने सेमीफाइनल में महाराष्ट्र को हराकर गोवा में चल रहे 37 वें नेशनल गेम्स के फाइनल में जगह बनाई थी.
विभिन्न खेलों के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर: बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण ने कहा कि बिहार के खिलाड़ियों का प्रदर्शन काफी अच्छा हो रहा है. दिल से खेलो मिलकर जीतो का जो स्लोगन है बिहार के खिलाड़ी उसे सच करके दिखा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा की बिहार के खिलाड़ियों को नेशनल गेम्स के लिए बिहार राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा विशेष रूप से प्रशिक्षित कर तैयार किया गया है.
"विभिन्न खेलों के लिए की विशेष प्रशिक्षण शिविर लगाए गए जैसे रग्बी और सेपक टाकरा के लिए आईआईटी बिहटा में, वुशु का मुजफ्फरपुर में, तीरंदाजी का पाटलिपुत्र खेल परिसर में विशेष प्रशिक्षण शिविर लगाए गए थे."-रवीन्द्रण शंकरण, महानिदेशक, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण