पटनाः परिवहन विभाग के जरिए दीघा-सोनपुर जेपी सेतु पर भारी वाहनों का परिचालन बंद करने के निर्देश के बाद ट्रक एसोसिएशन के बीच खासी नाराजगी है. इसको लेकर बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन ने एक बैठक की. इसके बाद सरकार को 29 फरवरी तक जेपी सेतु पर आवागमन की प्रक्रिया दोबारा बहाल करने की मांग की गई.
'नॉर्थ बिहार जाने का कोई रास्ता नहीं बचा'
बिहार राज्य ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष भानु शेखर प्रसाद सिंह ने कहा कि पटना से नॉर्थ बिहार जाने का अब कोई रास्ता बचा नहीं है. महात्मा गांधी सेतु पहले से जर्जर हालत होने के कारण ट्रकों के लिए बंद है. राजेंद्र सेतु भी जर्जर स्थिति में है. उन्होंने कहा कि व्यापार प्रभावित हो रहा है. ऐसे में सरकार हमारे लिए एक पुल की व्यवस्था करे.
जेपी सेतु को दोबारा खोलने की मांग
भानु शेखर प्रसाद सिंह ने कहा कि सरकार को चाहिए कि जेपी सेतु को दोबारा खोल दे. क्योंकि जेपी सेतु को रेलवे के इंजीनियर ने भी सर्टिफाई किया है कि भारी वाहन का परिचालन आसानी से हो सकता है. उन्होंने कहा कि सरकार अगर 29 फरवरी तक उनकी बातों पर ध्यान नहीं देती है तो ट्रक ड्राइवर 29 फरवरी को पूरे पटना को शाम 7:00 बजे के बाद घेर लेंगे.
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ट्रक ड्राइवर करेंगे चक्का जाम
बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन के महासचिव राजेश कुमार ने बताया कि सरकार अगर हमारी बात नहीं मानती है तो 29 फरवरी को शाम 7:00 बजे के बाद सभी ट्रक ड्राइवर चक्का जाम करेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी ट्रक ड्राइवर और एसोसिएशन इस हड़ताल का समर्थन करेंगे. 29 की शाम पटना जिला के जितने भी ट्रक मालिक हैं, सड़क पर उतरेंगे.
जीविका पर छाया संकट
राजेश कुमार ने ये भी कहा कि सरकार के इस फैसले से ट्रक से जुड़े जितने भी कर्मचारी और मजदूर हैं, वो प्रभावित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक ट्रक के जरिए मालिक से लेकर मजदूर तक लगभग 45 लोग जुड़े रहते हैं और इससे सभी की जीविका पर संकट आ गया है.