पटनाः बिहार को वर्ष 2017-2018 के लिए गेंहू उत्पादन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कृषि कर्मण पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है. ये पांचवा मौका है जब बिहार को कृषि कर्मण पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है. इससे पहले बिहार को चार बार कृषि कर्मण पुरस्कार मिल चुका है. वर्ष 2012 में धान, 2013 में गेंहू और 2016, 2017 में मक्का के रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन के लिए कृषि कर्मण पुरस्कार मिला था. कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री की परिकल्पना के कारण ही यह सफल हो पाया है.
'प्रेम कुमार ने दी बधाई'
कृषि कर्मण अवार्ड के लिए चयन प्रशस्ति पत्र और 2 करोड़ का इनाम को लेकर कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने राज्य के किसान, कृषि वैज्ञानिक विभागीय पदाधिकारियों और कृषि कार्य में जुड़े सभी व्यक्तियों को धन्यवाद दिया है. प्रेम कुमार ने कहा कि आज प्रधानमंत्री जी का जन्मदिन और विश्वकर्मा पूजा भी है. आज बिहार को ये पुरस्कार मिलने की घोषणा हुई है. बिहार को कृषि कर्मण के लिए चयनित होने पर उन्होंने खुशी भी जाहीर की. इसके लिए भारत सरकार का आभार प्रकट किया.
'तत्परता से काम कर रहा कृषि विभाग'
आपको बता दें कि वर्ष 2017-2018 में राज्य में गेंहू का कुल उत्पादन 61.04 लाख मेट्रिक टन तथा उत्पादकता 29.05 क्विंटल प्रति हेक्टेयर दर्ज की गई है. राज्य में अगर हम सभी फसलों के उत्पादकता की बात करें तो कुल उत्पादन 178.03 लाख मेट्रिक टन हुआ है. कृषि मंत्री ने कहा कि प्राधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि किसानों की आय 2022 तक दुगुना किया जाय. उसको लेकर माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कृषि विभाग तत्परता से काम को कर रहा है.