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प्रदोष व्रत के दिन करें ये खास उपाय, जीवन में सभी परेशानियों से मिलेगा छुटकारा - PRADOSH VRAT JAN 2025

प्रदोष व्रत के दिन कुछ उपायों को करने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. ज्योतिषाचार्य आदित्य झा से जानते हैं इन उपायों के बारे में.

PRADOSH VRAT JAN 2025
भगवान शिव की तस्वीर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 23, 2025, 1:18 PM IST

Updated : Jan 23, 2025, 1:33 PM IST

हैदराबाद: सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है. हर महीने में दो बार आने वाला यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है. मान्यता है कि जो व्यक्ति अपने जीवन में संकटों से घिरा हो, उसे प्रदोष व्रत करने से सभी परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है.

ज्योतिषाचार्य आदित्य झा का कहना है कि यह व्रत न केवल भगवान शिव की कृपा पाने का माध्यम है, बल्कि यह ग्रह दोषों से मुक्ति दिलाने में भी सहायक होता है. उनका कहना है कि, इस दिन आप इन उपायों को करके अपने घर में सुख-शांति ला सकते हैं और अपनी तमाम मुश्किलों को दूर कर सकते हैं.

प्रदोष व्रत का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि माघ माह के कृष्ण पक्ष का पहला प्रदोष व्रत 27 जनवरी 2025 को रखा जाएगा. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों को मानसिक शांति, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है.

प्रदोष व्रत के दिन करें ये खास उपाय

  1. पीपल के वृक्ष की पूजा: शास्त्रों में पीपल के वृक्ष को बहुत पवित्र माना गया है. मान्यता है कि इस वृक्ष में त्रिदेवों (ब्रह्मा, विष्णु और महेश) का वास होता है. प्रदोष व्रत के दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं.
  2. पार्थिव शिवलिंग की पूजा: प्रदोष व्रत के दिन निशिता काल (संध्या का समय) में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन, प्रदोष व्रत के दिन शाम को भोलेनाथ की पूजा करने से पहले पीपल के जड़ की मिट्टी घर ले आएं. फिर उस मिट्टी से पार्थिव शिवलिंग बनाकर भगवान शिव की उपासना करें. अगले दिन इस पार्थिव शिवलिंग को किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें. ऐसा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
  3. माथे और गले पर मिट्टी का तिलक: प्रदोष व्रत के दिन, पीपल के पेड़ से लाई गई मिट्टी को अपने माथे और गले पर तिलक के रूप में लगाना शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है.

प्रदोष व्रत के अन्य लाभ
ग्रह दोषों से मुक्ति: प्रदोष व्रत करने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव से मुक्ति मिलती है.
मानसिक शांति: भगवान शिव की पूजा करने से मानसिक शांति और स्थिरता मिलती है.
समृद्धि और सौभाग्य: यह व्रत करने से जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
रोगों से मुक्ति: माना जाता है कि प्रदोष व्रत करने से कई प्रकार के रोगों से भी मुक्ति मिलती है.

यह भी पढ़े- तुलसी के पास भूलकर भी न रखें ये पौधे, नहीं तो चली जाएगी सुख-समृद्धि

हैदराबाद: सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है. हर महीने में दो बार आने वाला यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है. मान्यता है कि जो व्यक्ति अपने जीवन में संकटों से घिरा हो, उसे प्रदोष व्रत करने से सभी परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है.

ज्योतिषाचार्य आदित्य झा का कहना है कि यह व्रत न केवल भगवान शिव की कृपा पाने का माध्यम है, बल्कि यह ग्रह दोषों से मुक्ति दिलाने में भी सहायक होता है. उनका कहना है कि, इस दिन आप इन उपायों को करके अपने घर में सुख-शांति ला सकते हैं और अपनी तमाम मुश्किलों को दूर कर सकते हैं.

प्रदोष व्रत का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि माघ माह के कृष्ण पक्ष का पहला प्रदोष व्रत 27 जनवरी 2025 को रखा जाएगा. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों को मानसिक शांति, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है.

प्रदोष व्रत के दिन करें ये खास उपाय

  1. पीपल के वृक्ष की पूजा: शास्त्रों में पीपल के वृक्ष को बहुत पवित्र माना गया है. मान्यता है कि इस वृक्ष में त्रिदेवों (ब्रह्मा, विष्णु और महेश) का वास होता है. प्रदोष व्रत के दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं.
  2. पार्थिव शिवलिंग की पूजा: प्रदोष व्रत के दिन निशिता काल (संध्या का समय) में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन, प्रदोष व्रत के दिन शाम को भोलेनाथ की पूजा करने से पहले पीपल के जड़ की मिट्टी घर ले आएं. फिर उस मिट्टी से पार्थिव शिवलिंग बनाकर भगवान शिव की उपासना करें. अगले दिन इस पार्थिव शिवलिंग को किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें. ऐसा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
  3. माथे और गले पर मिट्टी का तिलक: प्रदोष व्रत के दिन, पीपल के पेड़ से लाई गई मिट्टी को अपने माथे और गले पर तिलक के रूप में लगाना शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है.

प्रदोष व्रत के अन्य लाभ
ग्रह दोषों से मुक्ति: प्रदोष व्रत करने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव से मुक्ति मिलती है.
मानसिक शांति: भगवान शिव की पूजा करने से मानसिक शांति और स्थिरता मिलती है.
समृद्धि और सौभाग्य: यह व्रत करने से जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
रोगों से मुक्ति: माना जाता है कि प्रदोष व्रत करने से कई प्रकार के रोगों से भी मुक्ति मिलती है.

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Last Updated : Jan 23, 2025, 1:33 PM IST
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