ETV Bharat / state

अब बिहार में डाक विभाग कोरोना मरीजों को पहुंचाएगा मुफ्त में दवा

बिहार में कोरोना की संभावित (Third Wave Of Corona) तीसरी लहर को देखते हुए डाक विभाग को कोरोना मरीजों को दवा पहुंचाने की जिम्मेवारी मिलेगी. कोरोना पॉजिटिव मरीजों को डाक विभाग की ओर से दवा का किट पहुंचाया जाएगा. पढ़िए पूरी खबर..

कोरोना मरीजों को डाक विभाग पहुंचाएगी दवा
कोरोना मरीजों को डाक विभाग पहुंचाएगी दवा
author img

By

Published : Jan 1, 2022, 7:12 AM IST

पटना: पूरे देश में कोरोना की (Third Wave Of Corona) संभावित तीसरी लहर और नए वैरियंट ओमिक्रान को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. इसी को लेकर बिहार में डाक विभाग की भूमिका सिर्फ चिट्ठियां और पार्सल बांटने तक सीमित नहीं रही है. इस अवधि में डाक विभाग की ओर से (Postal Department will Deliver free Medicine) अस्पतालों और मरीजों तक जीवन रक्षक दवाओं से लेकर कोरोना से लड़ने के लिए तमाम उपकरण पहुंचाया जाएगा.

ये भी पढ़ें- सीएम नीतीश ने कोरोना वैक्सीन और ओमीक्रोन को लेकर की समीक्षा बैठक, दिए कई दिशा-निर्देश

कोरोना मरीजों तक दवाइयां पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य और डाक विभाग के अधिकारियों की कई बार बैठक भी हो चुकी है. राज्य में अगर कोई भी व्यक्ति संक्रमित होता है, और उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसकी जानकारी डाक विभाग के नोडल एजेंसी के पास पहुंचेगी और डाक विभाग डाकिया के माध्यम से उस संक्रमित मरीज के घर पर दवा किट पहुंचाने का काम करेगा.

बता दें कि, कोरोना की पहली लहर में देश और पूरी दुनिया में साधन बंद थे, तब आवश्यक दवाओं के साथ मेडिकल उपकरणों की आपूर्ति एक अहम समस्या बन गई थी. कूरियर कंपनियों ने भी हाथ खड़े कर दिए थे. ऐसे में डाक विभाग लोगों के लिए संजीवनी बनकर सामने आया. आज फिर से कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए डाक विभाग इस समय लोगों की मदद के लिए आगे आया है. मिली जानकारी के अनुसार, डाक विभाग के वरीय अधिकारियों की मानें तो जल्द ही इसे लेकर डाक और स्वास्थ्य विभाग के बीच समझौता हो जायेगा. सूबे में कुल 9117 डाकघर हैं. इनमें 33 प्रधान डाकघर, 1040 उपडाकघर और 8044 शाखा डाकघर हैं. अधिकारियों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग नोडल एजेंसी के स्तर पर दवा किट डाक विभाग को उपलब्ध करायेगा.

ये भी पढ़ें-कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, तो एक्शन में आयी सरकार.. स्वास्थ्य विभाग ने शुरू की हाई लेवल मीटिंग

दरअसल, राज्य में अगर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होता है, तो उसकी सूचना डाक विभाग के मॉनिटरिंग सेल के पास आ जायेगी. कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति अपने घर या आइसोलेशन सेंटर में रहेगा और उसे डाकिया के जरिए कोरोना से संबंधित दवाओं की किट पहुंचा दी जायेगी. इसके लिए कोरोना मरीजों से किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा. वहीं, इसके लिए डाकिया को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जायेगा, ताकि सुरक्षित तरीके से दवाओं का वितरण कर सके.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना: पूरे देश में कोरोना की (Third Wave Of Corona) संभावित तीसरी लहर और नए वैरियंट ओमिक्रान को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. इसी को लेकर बिहार में डाक विभाग की भूमिका सिर्फ चिट्ठियां और पार्सल बांटने तक सीमित नहीं रही है. इस अवधि में डाक विभाग की ओर से (Postal Department will Deliver free Medicine) अस्पतालों और मरीजों तक जीवन रक्षक दवाओं से लेकर कोरोना से लड़ने के लिए तमाम उपकरण पहुंचाया जाएगा.

ये भी पढ़ें- सीएम नीतीश ने कोरोना वैक्सीन और ओमीक्रोन को लेकर की समीक्षा बैठक, दिए कई दिशा-निर्देश

कोरोना मरीजों तक दवाइयां पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य और डाक विभाग के अधिकारियों की कई बार बैठक भी हो चुकी है. राज्य में अगर कोई भी व्यक्ति संक्रमित होता है, और उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसकी जानकारी डाक विभाग के नोडल एजेंसी के पास पहुंचेगी और डाक विभाग डाकिया के माध्यम से उस संक्रमित मरीज के घर पर दवा किट पहुंचाने का काम करेगा.

बता दें कि, कोरोना की पहली लहर में देश और पूरी दुनिया में साधन बंद थे, तब आवश्यक दवाओं के साथ मेडिकल उपकरणों की आपूर्ति एक अहम समस्या बन गई थी. कूरियर कंपनियों ने भी हाथ खड़े कर दिए थे. ऐसे में डाक विभाग लोगों के लिए संजीवनी बनकर सामने आया. आज फिर से कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए डाक विभाग इस समय लोगों की मदद के लिए आगे आया है. मिली जानकारी के अनुसार, डाक विभाग के वरीय अधिकारियों की मानें तो जल्द ही इसे लेकर डाक और स्वास्थ्य विभाग के बीच समझौता हो जायेगा. सूबे में कुल 9117 डाकघर हैं. इनमें 33 प्रधान डाकघर, 1040 उपडाकघर और 8044 शाखा डाकघर हैं. अधिकारियों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग नोडल एजेंसी के स्तर पर दवा किट डाक विभाग को उपलब्ध करायेगा.

ये भी पढ़ें-कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, तो एक्शन में आयी सरकार.. स्वास्थ्य विभाग ने शुरू की हाई लेवल मीटिंग

दरअसल, राज्य में अगर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होता है, तो उसकी सूचना डाक विभाग के मॉनिटरिंग सेल के पास आ जायेगी. कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति अपने घर या आइसोलेशन सेंटर में रहेगा और उसे डाकिया के जरिए कोरोना से संबंधित दवाओं की किट पहुंचा दी जायेगी. इसके लिए कोरोना मरीजों से किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा. वहीं, इसके लिए डाकिया को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जायेगा, ताकि सुरक्षित तरीके से दवाओं का वितरण कर सके.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.