पटना: करीब 15 सालों का नियोजित शिक्षकों का इंतजार खत्म होने की संभावना बढ़ गई है. बिहार के नियोजित शिक्षकों का ट्रांसफर (bihar Niyojit teacher transfer) बहुत जल्द हो सकता है. शिक्षा विभाग (Education Department Bihar ) से मिली जानकारी के मुताबिक जून के पहले हफ्ते में उन्हें आवेदन करने का मौका मिल सकता है. ट्रांसफर सॉफ्टवेयर (bihar teacher transfer software ) पहले से ही तैयार है. गाइडलाइंस के साथ अधिसूचना इसी हफ्ते जारी होने की संभावना है.
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नियोजित शिक्षकों का ट्रांसफर
नियोजित शिक्षकों के तबादले के लिए जो सेवा शर्त पिछले साल बनाई गई है, उसके मुताबिक महिलाओं और दिव्यांग शिक्षकों को पूरे कार्यकाल के दौरान एक बार अंतर जिला और अंतर नियोजन इकाई तबादले का मौका मिलेगा. जबकि पुरुष शिक्षकों को एक बार म्यूच्यूअल ट्रांसफर का मौका मिलेगा.
वर्षों से ट्रांसफर का इंतजार
बिहार में हजारों की संख्या में ऐसी महिलाएं शिक्षक या लाइब्रेरियन के रूप में विभिन्न जगहों पर काम कर रही हैं जो अपने परिवार से दूर हैं क्योंकि जिस वक्त उन्हें स्कूल में नौकरी मिली उस वक्त उनकी शादी नहीं हुई थी. और अब कई वर्ष से वे इस इंतजार में हैं कि वह अपने मायके या ससुराल के समीप के किसी स्कूल में अपनी सेवा दे पाएंगी. कुछ ऐसा ही हाल दिव्यांग शिक्षकों का भी है. इधर बड़ी संख्या में पुरुष शिक्षक भी हैं जो अपने घर से दूर किसी और जिले में नौकरी कर रहे हैं. वे भी अपने गृह जिले के आस-पास के स्कूल में ट्रांसफर का इंतजार कर रहे हैं.
कब से मिलेगा आवेदन का मौका
ट्रांसफर की शर्तों को लेकर जो नियमावली बनाई गई है, उसकी अधिसूचना अगले कुछ दिनों में जारी होने की संभावना है. शिक्षा विभाग के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक पंचायती राज विभाग और नगर विकास एवं आवास विभाग से ट्रांसफर के प्रारूप पर मुहर लग चुकी है. अब अधिसूचना जारी होनी बाकी है. जून के पहले हफ्ते में सॉफ्टवेयर के जरिए शिक्षकों को आवेदन का मौका मिल सकता है. ट्रांसफर के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों को ऑनलाइन आवेदन के लिए 10 से 15 दिनों का मौका मिलेगा.
जल्द प्रक्रिया पूरी करने की मांग
शिक्षा विभाग की कोशिश है कि जून महीने में तबादले का काम पूरा कर लिया जाए. हालांकि इस पूरी प्रक्रिया पर कोरोना और लॉकडाउन का भी असर देखने को मिल सकता है. इन सबके बीच शिक्षक बेसब्री से शिक्षा विभाग के ऑनलाइन सॉफ्टवेयर का इंतजार कर रहे हैं. और यह मांग भी कर रहे हैं कि लॉकडाउन के दौरान ही सरकार को ट्रांसफर की पूरी प्रक्रिया खत्म कर लेनी चाहिए. ताकि स्कूल खुलते ही शिक्षक अपने नए जगह पर योगदान दे सकें.
बिहार के सरकारी स्कूलों के आंकड़ें: वर्ष 2015-16 के आंकड़ों के मुताबिक
- कुल कार्यरत शिक्षक: 383176 हैं
- प्राथमिक शिक्षक: करीब 3,23,000 हैं
- माध्यमिक-उच्च माध्यमिक शिक्षक: 50,000
- प्राथमिक विद्यालयों की संख्या: 41762
- मध्य विद्यालयों की संख्या: 26523
- माध्यमिक उच्च माध्यमिक विद्यालयों की संख्या: करीब 8000 है.
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