पटना: बिहार में इस बार 3 सालों के बाद बिहार दिवस का आयोजन हो रहा है. इससे पहले 2018 में बिहार दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, लेकिन 2019 में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पाया था. वहीं, 2020 में कोरोना की शुरूआत हो गई थी, इस वजह से आयोजन नहीं हो पाया था. वहीं, 2021 में कोरोना की स्थिति बेहद गंभीर थी. इस बार आयोजन का जिम्मा शिक्षा विभाग को मिला है. ऐसे में प्रदेश के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Education Minister Vijay Choudhary) ने गांधी मैदान में बने प्रशासनिक कक्ष से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी.
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शिक्षा मंत्री ने तैयारियों का लिया जायजा: इस मौके पर विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार और कई वरीय अधिकारी भी मौजूद रहे. प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद शिक्षा मंत्री ने गांधी मैदान में घूम कर मुख्य मंच और अन्य जगहों पर कार्यक्रम की तैयारियों के बारे में जायजा लिया. शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि 3 वर्ष की लंबी अवधि के बाद बिहार सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर बिहार दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम का नोडल विभाग शिक्षा विभाग है. ऐसे में इसे ऐतिहासिक बनाने की तैयारी चल रही है. इस बार की थीम जल जीवन हरियाली है. 22 मार्च, 23 मार्च और 24 मार्च को स्थानीय गांधी मैदान पटना और श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
CM करेंगे समारोह का उद्घाटन: बिहार दिवस समारोह का उद्घाटन 22 मार्च को शाम साढ़े 5 बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे. वहीं, 24 मार्च शाम साढ़े 5 बजे प्रदेश के राज्यपाल फागू चौहान कार्यक्रम का समापन करेंगे. शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार दिवस कार्यक्रम के अवसर पर गांधी मैदान पटना में बीआईपी पवेलियन, किलकारी पवेलियन, जन शिक्षा पवेलियन और स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति के लिए सांस्कृतिक पवेलियन तैयार किया गया है, जिसमें तीनों दिन विभिन्न कार्यक्रम संचालित होंगे. इसके अलावा इस अवसर पर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, उद्योग विभाग, कृषि विभाग, वन पर्यावरण जलवायु परिवर्तन विभाग, पर्यटन विभाग, जीविका इत्यादि विभागों द्वारा पवेलियन तैयार किया जा रहा है.
पुस्तक मेले का भी होगा आयोजन: शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस मौके पर पुस्तक मेले का भी आयोजन किया जा रहा है. इसके साथ ही बिहार दिवस में आने वाले बच्चे बुजुर्गों और सभी लोगों के लिए दिल्ली हाट की तर्ज पर उद्योग विभाग की पवेलियन में पटना हाट लगाया जा रहा है, जहां लोगों को चटपटे और स्वादिष्ट व्यंजन उपलब्ध होंगे. इसके साथ ही इस अवसर पर श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र के सहयोग से विज्ञान प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है.
''इस बार का बिहार दिवस इसलिए ऐतिहासिक होने जा रहा है क्योंकि पटना में पहली बार ड्रोन शो का आयोजन किया जाएगा. जिसमें लगभग 500 ड्रोन शामिल होंगे और गांधी मैदान के ऊपर आसमान में अपने करतब दिखाएंगे, जो बेहद रोमांचक होगा. बिहार दिवस के कार्यक्रम के दौरान बिहार राज्य पर्यटन निगम द्वारा व्यंजन मेला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें स्थानीय व्यंजनों से संबंधित विभिन्न फूड स्टॉल लगाए जाएंगे. इसके साथ ही गांधी मैदान पर जल जीवन हरियाली की थीम पर लेजर शो की प्रस्तुति दी जाएगी.''- विजय चौधरी, शिक्षा मंत्री
पर्यटन स्थलों को किया जाएगा प्रदर्शित: शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार का पर्यटन मानचित्र गांधी मैदान में तैयार किया जा रहा है, जिसमें बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों को प्रदर्शित किया जाएगा. इसके अलावा गांधी मैदान में बिहार के विभिन्न जिलों से गुजरने वाली सभी नदियों को राज्य के मानचित्र पर दर्शाते हुए प्रदर्शित किया जा रहा है, ताकि लोग बिहार के बारे में अच्छे से जान सके. कार्यक्रम में बीएमपी पटना के द्वारा डॉग शो और पुलिस बैंड आकर्षण का केंद्र होगा. बिहार दिवस के अवसर पर पहली बार स्थानीय विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के छात्र छात्राओं की सहभागिता कार्यक्रम में सुनिश्चित की गई है, जिसके तहत उनके द्वारा तीनों दिन श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों की प्रस्तुति की जाएगी.
38 जिलों से बच्चे और शिक्षक आमंत्रित: बिहार दिवस को लेकर प्रदेश के 38 जिलों से बच्चे और शिक्षक आमंत्रित किए गए हैं. शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार दिवस पर लोगों के मनोरंजन के लिए तीनों दिन मुख्य मंच से देश के जाने माने पार्श्व गायक अपने गीतों की प्रस्तुति देंगे. कार्यक्रम के पहले दिन 22 मार्च को शाम 7:45 से 10:00 तक कैलाश खेर अपनी प्रस्तुति देंगे. वहीं, दूसरे दिन 22 मार्च को शाम 7:30 से 9:30 बजे तक रेखा भारद्वाज अपने गीतों की प्रस्तुति देंगी. इसके अलावा कार्यक्रम के आखिरी दिन 24 मार्च को शाम 7:30 बजे से 9:30 बजे तक सुखविंदर सिंह अपने गीतों की प्रस्तुति देंगे.
इन सबके अलावा काफी संख्या में स्थानीय कलाकारों को भी प्रोत्साहित करने के लिए उनके कार्यक्रम रखे गए हैं. जिसमें महमूद फारूकी द्वारा कर्ण कथा, अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन द्वारा गजल, सुनंदा शर्मा द्वारा ठुमरी गीत, लव बंदिश बिल्स द्वारा फ्यूजन और अन्य ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा लोकगीत और कथक की प्रस्तुति की जाएगी.
जानें क्यों मनाते हैं बिहार दिवस: बता दें कि 22 मार्च बिहार के लिए काफी खास होता है. इसी दिन को बिहार दिवस के रूप में मनाते हैं. 22 मार्च 1912 में संयुक्त प्रांत से अलग होकर बिहार स्वतंत्र राज्य के रूप में अस्तित्व में आया था. 2005 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब बिहार में सत्ता संभाली तो उन्होंने 22 मार्च को बिहार दिवस मनाने का ऐलान किया. इसका मुख्य मकसद राज्य की विशिष्टताओं की दुनियाभर में ब्रांडिंग और बिहारी होने पर गर्व करने के लिए था.
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