पटना: कोरोना महामारी में एक ओर जहां चारों तरफ नकारात्मक खबरें ही दिख रही है. वहीं प्रदेश में विपक्षी दल कांग्रेस ने सकारात्मक पहल की है. कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों की जिम्मेदारी कांग्रेस ने उठाने का फैसला लिया है.
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बच्चों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी
हाल ही में प्रदेश भर में कोविड हेल्पलाइन का संचालन करने और अपने विधायकों और विधान पार्षदों के द्वारा दो-दो एम्बुलेंस और मेडिकल किट देने के बाद बिहार कांग्रेस ने एक और ऐतिहासिक कदम उठाया है. बिहार कांग्रेस ने कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया है. बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने पार्टी के हेल्पलाइन पर लगातार आ रही मदद के दरकार को देखते हुए यह फैसला लिया है.
बिहार कांग्रेस उठाएगी खर्च
बिहार कांग्रेस वैसे बच्चे, जिनके माता-पिता दोनों कोरोना महामारी का शिकार होकर गुजर गए हों और वे आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हों, उनको कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रेरणा से शिक्षा और भरण-पोषण का खर्च बिहार कांग्रेस उठाएगी. बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदनमोहन झा ने बताया कि बिहार कांग्रेस कोरोना काल में आमजनों की सेवा में जुटी है. युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमार आशीष के नेतृत्व में एक कमिटी का गठन कर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में दो हेल्पलाइन नम्बर जारी कर रोजाना कार्यकर्ताओं की मदद से राज्यव्यापी सेवा कार्य किये जा रहे हैं.
कई बच्चे हुए अनाथ
पार्टी के द्वारा उसी कड़ी में यह निर्णय लिया गया है. जिससे इस त्रासदी के गुजरने के बाद वैसे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सकें. बिहार कांग्रेस ने यह महसूस किया कि इस महामारी में कई बच्चे अनाथ हो गए हैं. उनके सामने भरण पोषण और शिक्षा की समस्या को लेकर आर्थिक परेशानी हो चुकी है. वैसे आर्थिक रूप से कमजोर और लाचार बच्चों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने यह अति महत्वपूर्ण फैसला लिया है.
इसके लिए पूर्व से संचालित कोविड हेल्पलाइन के प्रभारी और बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कुमार आशीष को उचित कागजात के साथ सूचना प्रेषित करके मदद मांगी जा सकती है.