पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं का दलबदल जारी है. महागठबंधन से जीतन राम मांझी के अलग होने के बाद सूत्रों से खबर आ रही है कि जल्द ही रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा भी नया रास्ता अख्तियार करेंगे. हालांकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी ने इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए खबर का खंडन किया है.
सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कहा जा रहा है कि रालोसपा को महागठबंधन में एक दर्जन से ज्यादा सीट नहीं मिल सकती है. इसका रालोसपा को अनुमान हो गया है. इसी वजह से उपेंद्र कुशवाहा कुछ निर्णय ले सकते हैं. इसको लेकर गुरुवार को रालोसपा के राष्ट्रीय कमिटी, राज्य कमिटी और जिला कमिटी की बैठक बुलाई गई है. बताया जा रहा है कि उस बैठक में ही कुछ निर्णय लिया जाएगा.
'महागठबंधन में सीट शेयरिंग कोई मसला नहीं'
रालोसपा प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी का साफ साफ कहना है कि जो लोग ऐसा कह रहे हैं वो पूरी तरह से भ्रामक और तथ्यहीन है. हमारी पार्टी मजबूती से महागठबंधन में है और रहेंगे. साथ ही चुनाव लड़ेंगे और एनडीए को हराएंगे. महागठबंधन में सीट शेयरिंग कोई मसला नहीं है.
'उपेंद्र कुशवाहा ने किया है किसान बिल का विरोध'
इसके अलावा उनसे जब पूछा गया कि रालोसपा के नेता माधव आनंद ने कृषि विधेयक की सराहना की है तो उन्होंने कहा कि ये उनकी निजी राय है. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने इस बिल का विरोध किया है. साथ ही विपक्ष के बंद का समर्थन किया है. वहीं, बैठक के सवाल पर उन्होंने कहा कि गुरुवार को पार्टी के नेताओं की बैठक जरूर है, लेकिन उसमें चुनाव की रणनीति तय होगी. गठबंधन में रहने और नहीं रहने को लेकर कोई चर्चा नहीं होगी.