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HAM ने पूर्व CM भोला पासवान शास्त्री की मनाई जयंती, मांझी बोले- गरीबों के लिए किए कई काम

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि भोला पासवान शास्त्री महामानव थे और यही कारण रहा कि जनता ने उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि वह हमेशा गरीबों, दलितों, शोषितों की आवाज उठाते रहते थे.

Bhola Paswan Shastri
Bhola Paswan Shastri
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Published : Sep 21, 2020, 8:46 PM IST

पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के कार्यालय में आज पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की जयंती मनाई गई. इस अवसर पर हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी, विधान पार्षद संतोष कुमार सुमन, हम नेता रामविलास पासवान, अमरेंद्र त्रिपाठी सहित कई कार्यकर्ताओं ने भोला पासवान शास्त्री के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

क्या कहते हैं जीतन राम मांझी
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि भोला पासवान शास्त्री महामानव थे और यही कारण रहा कि जनता ने उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि वह हमेशा गरीबों, दलितों, शोषितों की आवाज उठाते रहते थे. साथ ही उन्होंने कहा कि वह जाति धर्म से उठकर हमेशा गरीबों की मदद करते रहते थे. आज जरूरत है कि उनके आदर्श पर लोग चले और समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों को लाभ पहुंचाएं.

देखें रिपोर्ट

भोला पासवान शास्त्री का 1984 में हुआ था निधन
भोला पासवान शास्त्री का जन्म 21 सितंबर 1914 और निधन 1984 में हुआ था. उनकी कोई संतान नहीं थी. वे 1968 से 1972 के बीच तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे. वे अपनी सादगी व ईमानदारी के लिए जाने जाते थे.

पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के कार्यालय में आज पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की जयंती मनाई गई. इस अवसर पर हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी, विधान पार्षद संतोष कुमार सुमन, हम नेता रामविलास पासवान, अमरेंद्र त्रिपाठी सहित कई कार्यकर्ताओं ने भोला पासवान शास्त्री के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

क्या कहते हैं जीतन राम मांझी
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि भोला पासवान शास्त्री महामानव थे और यही कारण रहा कि जनता ने उन्हें मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि वह हमेशा गरीबों, दलितों, शोषितों की आवाज उठाते रहते थे. साथ ही उन्होंने कहा कि वह जाति धर्म से उठकर हमेशा गरीबों की मदद करते रहते थे. आज जरूरत है कि उनके आदर्श पर लोग चले और समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों को लाभ पहुंचाएं.

देखें रिपोर्ट

भोला पासवान शास्त्री का 1984 में हुआ था निधन
भोला पासवान शास्त्री का जन्म 21 सितंबर 1914 और निधन 1984 में हुआ था. उनकी कोई संतान नहीं थी. वे 1968 से 1972 के बीच तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे. वे अपनी सादगी व ईमानदारी के लिए जाने जाते थे.

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