पटना: लॉक डाउन के दौरान कोटा में फंसे छात्रों को लेकर बिहार में सियासत गर्म है. आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सरकार सिर्फ एनडीए के लोगों की मदद कर उनके बच्चों को घर ला रही है. उन्होंने कहा कि कोटा मामले की वजह से राज्य की जनता को बिहार सरकार का दोहरा चरित्र देखने को मिल रहा है.
आरजेडी विधायक सह मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने बिहार सरकार पर कोटा मामले को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ बिहार सरकार लॉकडाउन का हवाला देकर आम लोगों के बच्चों को लाने से परहेज कर रही है. वहीं, दूसरी ओर सरकार अपने विधायक और सहयोगी पार्टी के नेताओं के बच्चों को स्पेशल पास जारी करके उन्हें वापस ला रही है. घटना से क्षुब्ध नेता प्रतिपक्ष भी लगातार ट्वीट के माध्यम से बिहार सरकार से सवाल पूछ रहे हैं, लेकिन सरकार का कोई भी व्यक्ति मामले में जवाब नहीं दे रहा है.
'राज्य के सभी बच्चे देश का भविष्य'
भाई वीरेंद्र ने नीतीश कुमार से सवाल पूछते हुए कहा कि आपकी सरकार सिर्फ एनडीए के लोगों की मदद करने के लिए है या फिर बिहार के आम आवाम के लिए. मुख्यमंत्री को अपनी जिद छोड़कर कोटा में फंसे राज्य के बच्चों को वापस लाना चाहिए. साथ ही उन्होंने बताया कि हमने चर्चित मामले में माननीय न्यायालय से भी न्याय के लिए अनुरोध किया है. राज्य के सभी बच्चे देश का भविष्य हैं, उनके साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए.