पटना: बेगूसराय के सिमरिया घाट की तस्वीर बदलने वाली (Simariya Ghat of Begusarai) है. सूबे की सरकार ने इसे लेकर तैयारी की है. हरिद्वार में हर की पौड़ी से भी अधिक प्रभावशाली होगा. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि बेगूसराय स्थित सिमरिया घाट के धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए इसे बड़े पैमाने पर विकसित किया जाएगा. इसे 18 महीने में पूरा होगा विकास कार्य. करीब 115 करोड़ की लागत से सिमरिया घाट को विकास किया जाएगा.
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"हरिद्वार में हर की पौड़ी की तर्ज पर बेगूसराय के सिमरिया घाट को बनाने की तैयारी चल रही है. 115 करोड़ की लागत से सिमरिया घाट को विकास किया जाएगा. सिमरिया में 500 मीटर में घाट बनेगा. जिसमें कई तरह की सुविधाएं होगी. डेढ़ साल में इसे पूरा करने का लक्ष्य है." - संजय झा, मंत्री, जल संसाधन
पार्क और वॉच टावर भी बनाने की योजना: जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि यह उत्तर बिहार का बड़ा सेंटर है. इसलिए सिमरिया में 500 मीटर में घाट बनेगा. जिसमें कई तरह की सुविधाएं होगी. इसे डेढ़ साल में सिमरिया घाट को विकसित करने का है लक्ष्य. सिमरिया घाट में अब तक किसी तरह की सुविधा नहीं है, लेकिन अब सरकार घाट बनाने के साथ पार्क और वॉच टावर भी बनाने जा रही है. मुक्तिधाम के लिए भी अब बेहतर व्यवस्था की जा रही है.
देश दुनिया से आएंगे लोग: संजय झा ने कहा कि नवंबर में हर साल 1 महीने का कल्पवास मेला लगता है. इसे सिमरिया मेला के नाम से भी लोग जानते हैं, न केवल उत्तर बिहार के बल्कि पूरे बिहार और देश दुनिया के लोग एक महीना आकर यहां रहते हैं. सिमरिया मेला के साथ सालों भर लोग यहां आते हैं. पिछले साल मुख्यमंत्री नवंबर में जब कल्पवास मेला लगा था तो गए थे और उसके बाद ही हम लोगों ने उसे विकास करने का फैसला लिया है.
टेंडर अंतिम दौर में: संजय झा ने कहा कि सिमरिया घाट को विकसित करने के लिए अब टेंडर अंतिम दौर में है. हम लोगों का लक्ष्य है कि डेढ़ साल में इसे पूरी तरह से विकसित कर दिया जाए. सिमरिया घाट में उत्तरवाहिनी गंगा है. पर्यटन की दृष्टि से भी यह महत्वपूर्ण स्थल है और जब विकसित हो जाएगा तो बड़ी संख्या में लोग देश दुनिया से आएंगे.