पटनाः पूरा विश्व कोरोना वायरस की महामारी से परेशान है. इसकी रोकथाम के लिए पूरे देश में लॉकडाउन जारी है और सभी कारोबार बंद पड़े हैं. इससे मजदूरों के सामने रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है. जिले के दुल्हिन बाजार प्रखंड के नवीनगर सेल्होरी गांव में सालों से महिलाएं बीड़ी बनाने का काम करके अपने परिवार का भरण पोषण करती हैं. लेकिन लॉकडाउन के कारण उनका काम ठप हो गया है. जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
दैनिक खर्चों में दिक्कत का सामना
बीड़ी मजदूर नफीसा खातून ने बताया कि लगभग पन्द्रह साल से वो बीड़ी बनाने का काम कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हैं. लेकिन दुकानें बंद होने से उनका काम ठप हो गया है. कहीं से कोई सहयोग भी नहीं मिल रहा है. जिससे दैनिक खर्चों में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
नहीं मिल रही कोई सहायता
एक और बीड़ी मजदूर सबीहा नाज ने बताया कि चौदह साल से बीड़ी बनाने का काम करती आ रही हूं. मजदूरी कर किसी तरह परिवार का जीवनयापन होता था. लेकिन जब से लॉक डाउन हुआ है तब से रोटी जुटाने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से किसी तरह की सहायता नहीं मिल रही है.
भुखमरी की स्थिति
बता दें सरकार ने स्थानीय अधिकारियों को सभी मजदूरों के लिये राशन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. लेकिन इसके बावजूद जरूरतमंद गरीबों के बीच अभी तक राशन मुहैया नहीं कराया गया है. राशन नहीं मिलने से मजदूरों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है.