पटना: बिहटा में किसानों की समस्या को लेकर बीडीओ ने तमाम पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा, संबंधित पदाधिकारी जल्द से जल्द समस्या का निपटारा करें. बता दें कि बिहार में धान खरीद की निर्धारित समय सीमा 31 मार्च के बजाय 31 जनवरी किए जाने के बाद राजधानी पटना से सटे बिहटा प्रखंड मुख्यालय में प्रखंड विकास पदाधिकारी विशाल आनंद ने बैठक की. बैठक में किसान सलाहकार, पंचायत के सभी कृषि समवेय, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सहकारिता अधिकारी थे.
धान खरीद को लेकर दिए निर्देश
बैठक में किसान से जुड़ी समस्याओं को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी विशाल आनंद ने चर्चा की. और जल्द से जल्द पंचायत में धान की खरीद को लेकर तमाम दिशा निर्देश दिया. सरकार ने धान खरीद को लेकर समय सीमा में कटौती की. जिसके बाद अब स्थानीय पदाधिकारी एवं अधिकारी जल्द से जल्द सभी पंचायतों में अपने लक्ष्य के अनुसार धान खरीद को लेकर कृषि पदाधिकारी को दिशा-निर्देश दे रहे हैं.
किसान सलाहकार से की बातें
वहीं किसान सलाहकार से बीडीओ विशाल आनंद ने तमाम किसानों की समस्या को लेकर चर्चा की. पंचायत में खाद, बीज की खरीद और उससे जुड़ी समस्याओं को लेकर भी किसान सलाहकार से बातें की. वहीं बिहटा के 26 पंचायत में जो भी किसान की समस्या हो, वो जल्द से जल्द प्रखंड कृषि पदाधिकारी समस्या का समाधान करेंगे. एक तरफ जहां किसान को लेकर सरकार चिंतित है. और लगातार किसानों के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाओं के साथ-साथ सभी तरह की सुविधाएं किसानों को दी जा रही है. इसको लेकर स्थानीय अधिकारी भी जागरूक दिख रहे हैं.
कई पदाधिकारी रहे शामिल
वहीं इस समीक्षा बैठक के मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी विशाल आनंद, प्रखंड कृषि पदाधिकारी विमलेश कुमार झा, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी अनीश कुमार के अलावा पंचायत के सभी किसान सलाहकार एवं कृषि समवेय लोग उपस्थित थे. प्रखंड विकास पदाधिकारी विशाल आनंद ने बताया कि तमाम पंचायतों में कितनी धान खरीद हुई है. इसको लेकर भी समीक्षा बैठक की गई. 31 जनवरी तक सभी 26 पंचायत में धान की खरीद 70% से अधिक करनी है.
समस्याओं को खत्म करने पर चर्चा
साथ ही धान खरीदी को लेकर जो भी किसान को समस्या उत्पन्न हो रही है उसको लेकर भी चर्चा की गई. उसे भी जल्द से जल्द समाधान करने का आदेश दिया गया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जो भी किसान की समस्या हो वो सीधा प्रखंड मुख्यालय में हमसे आकर मिल सकता है. किसी भी अफवाह में किसान ना पड़ें. सरकार किसानों के लिए लगातार कई तरह की योजनाएं चला रही है. उसे किसान को खुद से जानना चाहिए.