पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kuamr) के शराबबंदी अभियान को पुलिस सख्ती से लागू करने में जुटी हुई है. इसको लेकर पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. राजधानी में लगातार छापेमारी कर कई लोगों को शराब पीते और पिलाते गिरफ्तार भी किया जा रहा है. गिरफ्तार लोग इस दौरान काफी हंगामा करते हैं तो कई शराब पीने के अजीबोगरीब तर्क भी देते नजर आते हैं. ऐसा ही एक मामला पटना पत्रकार नगर थाने (Patrakar Nagar Police Station) का सामने आया है.
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'पत्नी की बेवफाई ने बना दिया शराबी': दरअसल पटना पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अवैध शराब अभियान के दौरान पत्रकार नगर थाने की पुलिस ने कुल 7 शराबियों को नशे (Seven Arrested in Patna ) में गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद इन सातों शराबियों में से एक बैंक में कार्यरत शराबी (bank employee arrested in patna) ने अपने शराब पीने का कारण उसकी पत्नी की बेवफाई को बताया. उसने कहा कि पत्नी की बेवफाई का गम भूलाने के लिए मैं शराब पीता हूं.
गिरफ्तारी के बाद शराबियों का हंगामा: वहीं एक और शराबी ने तो सारी हदें ही पार कर दी. वो खुद को नगर निगम का कर्मचारी बता रहा था. उसने खुद को छुड़ाने के लिए पत्रकार नगर थाना प्रभारी के सामने बड़े-बड़े अधिकारियों का नाम लिया. करीबी होने तक की बातें कहते बहुए पत्रकार नगर थाना प्रभारी को सबक सिखाने की बातें भी कही. अपने आप को ऊंचे रसूख वाला साबित करने का प्रयास शराबी करता रहा. हालांकी मौके पर मौजूद पत्रकार नगर थाना प्रभारी और पुलिसकर्मियों के सामने इन शराबियों की एक न चली और सभी सातों शराबियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने मंगलवार को जेल भेज दिया है.
थाना प्रभारी ने ये कहा: पत्रकार नगर थाना प्रभारी मनोरंजन भारती (Patrakar Nagar police station SHO Manoranjan Bharti) बताते हैं कि रोज की तरह अवैध शराब का सेवन करने वाले शराबियों के खिलाफ पत्रकार नगर थाना क्षेत्र में विशेष अभियान चलाया जा रहा था. इसी दौरान पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के रेमंड शोरूम के पास और बाईपास के 90 फीट के पास शराबियों के खिलाफ अभियान जारी था. 90 फीट स्थित रेमंड शोरूम के पास से इन सातों शराबियों की गिरफ्तारी शराब के नशे में की गई है.
सभी को भेजा गया जेल: मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने जब ब्रेथ एनालाइजर लगाकर उनकी जांच की तो मौके पर मौजूद इन 7 लोगों के शराब पीने की पुष्टि हुई है. गिरफ्तारी के बाद इनमें से एक जो खुद को एसबीआई का कर्मचारी और दूसरा जो खुद को कंकड़बाग नगर निगम का कर्मचारी बताता है इन दोनों ने खुद को छोड़ने के लिए कई तरह के पैरवी करवाए. वहीं पुलिस की गिरफ्त में आए सभी सातों शराबियों पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है. पत्रकार नगर थाना सभी को लाया गया जहां इनके विरुद्ध मामला दर्ज किया गया. इन सातों शराबियों को कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद फिलहाल पुलिस ने बिना किसी दबाव में आये सभी को जेल भेज दिया है.
"जब मौके पर मौजूद पुलिस के सामने इन लोगों की पैरवी नहीं चली तो इन लोगों ने पुलिस कर्मियों को धमकाया भी. मौके पर मौजूद एक शराबी जो खुद को एसबीआई का कर्मचारी बता रहा था. उसने अपने शराब पीने का कारण उसकी पत्नी का बेवफाई बताया है. एसबीआई कर्मचारी ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी उसके साथ बेवफाई करती है और उसी के गम को भुलाने के लिए वह शराब का सेवन अपने दोस्तों के साथ किया करता है."- मनोरंजन भारती, पत्रकारनगर थाना प्रभारी
बता दें कि राज्य सरकार ने शराब पीने वालों और शराब कारोबारियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है. पटना जंक्शन गोलंबर सहित कई चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के द्वारा ब्रेथ एनालाइजर मशीन से शराबियों की संदिग्ध पाए जाने पर जांच की जा रही है. यातायात पुलिस के द्वारा ब्रेथ एनालाइजर के द्वारा लगातार लोगों की जांच की जा रही है और शराब पीने की पुष्टि होने पर करवाई भी की जा रही है.
नीतीश की अपील बेअसर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने स्पष्ट किया था कि राज्य सरकार किसी भी हाल में शराबबंदी कानून वापस नहीं लेने वाली है, और इसके लिए और कठोर कदम उठाने की बात भी की थी. लेकिन सरकार ने शराबबंदी को लेकर बेशक कड़े कानून बना लिए हों, मगर हकीकत इससे एकदम उलट है. शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब पकड़ी जा रही है और लोग इसका सेवन भी कर रहे हैं.
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